ETV Bharat / state

कोरोना के दौरान गंगाजल के लिए नहीं भटके देवभूमि हिमाचल के लोग, पोस्ट ऑफिस में मिलती रही सुविधा

राजधानी के रिज पर स्थित जीपीओ (General Post Office) में लोगों के लिए गंगोत्री से आए गंगाजल की बिक्री की जा रही है. यही वजह है कि कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में भी प्रदेश में लोगों को गंगाजल की कमी महसूस नहीं हुई. इस योजना की शुरुआत 2016 से की गई है और प्रदेश के 17 डाक मुख्यालयों में गंगाजल उपलब्ध करवाया जाता है.

shimla post office
शिमला के मुख्य डाकघर.
author img

By

Published : Aug 23, 2021, 8:38 PM IST

Updated : Aug 23, 2021, 10:46 PM IST

शिमलाः कोरोना ने देशभर में असामान्य स्थिति पैदा की. इस बीच कोरोना की वजह से कोई लॉकडाउन के दौरान लोगों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई. ऐसे में हिमाचल प्रदेश से भक्त उत्तराखंड पवित्र गंगाजल लाने नहीं जा सके, लेकिन गंगाजल की कमी पोस्ट ऑफिस ने पूरी की. पोस्ट ऑफिस के जरिए भक्तों को गंगाजल अपने घर के नजदीक पोस्ट ऑफिस पर ही मिलता रहा. पोस्ट ऑफिस में प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में लोगों को गंगाजल उपलब्ध करवाया.


शिमला के मुख्य डाकघर (Shimla Head Post Office) के मुख्य वरिष्ठ डाकपाल भजन लाल ने बताया कि देश के सभी डाकघरों को देहरादून स्थित मुख्य डाकघर से गंगाजल प्राप्त होता है. हिमाचल प्रदेश के लिए सभी डाकघरों के लिए शिमला मुख्य डाकघर में गंगाजल आता है. इसके बाद यहां से ही प्रदेश के अन्य 17 डाक मुख्यालयों में गंगाजल उपलब्ध करवाया जाता है. उन्होंने बताया कि साल 2016 से ही पोस्ट ऑफिस लोगों को गंगाजल उपलब्ध करवा रहा है, लेकिन कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के बीच इसकी महत्ता और अधिक बढ़ गई.

चूंकि लोगों की आवाजाही पर बंदिशें थीं. ऐसे में लोगों को अपने घर के आसपास ही गंगाजल उपलब्ध होने से बड़ी सुविधा मिली. उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में गंगाजल की बहुत अधिक महत्ता है. यह लोगों की भावना से जुड़ा हुआ विषय है. लोगों के घर पर होने वाले पूजा-अनुष्ठान में गंगाजल का विशेष महत्व है. ऐसे में पोस्ट ऑफिस के जरिए ही लोगों को आसानी से गंगा जल उपलब्ध हुआ. उन्होंने कहा बताया कि 30 रुपए के मामूली दाम में लोगों को 250 मिलीलीटर गंगाजल आसानी से उपलब्ध हो जाता है.


वहीं, शिमला के मशहूर दुर्गा मंदिर (Famous Durga Temples of Shimla) के पुरोहित पंडित भगवती प्रसाद की किमोठी ने बताया कि वह आम दिनों में हर तीसरे महीने गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार जाया करते थे, लेकिन कोरोना के कारण वे आवाजाही नहीं कर सके. ऐसे में उनके सामने पूजा-अनुष्ठान के दौरान गंगा जल की समस्या पैदा हुई. उन्हें यह जानकारी मिली की पोस्ट ऑफिस में भी गंगाजल आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसके बाद मंदिर के पुरोहित पोस्ट ऑफिस से मिले गंगाजल के जरिए अपना पूजा-अनुष्ठान का काम पूरा करते रहे.

उल्लेखनीय है कि साल 2016 से देशभर के सभी डाकघरों में गंगाजल की सुविधा (Gangajal facility in post offices) उपलब्ध है. कोई भी व्यक्ति डाकघर के काउंटर पर जाकर गंगाजल आसानी से खरीद सकता है. इसके लिए ग्राहक को 30 रुपए की मामूली रकम चुकानी होती है. कोरोना के दौरान पोस्ट ऑफिस में मिलने वाले गंगा जल की महत्ता और अधिक बढ़ गई. आम दिनों में लोग आवाजाही के दौरान भी उत्तराखंड से अपने घर गंगाजल लाया करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बीच आवाजाही पर बंदिशें रहीं. ऐसे में पोस्ट ऑफिस में मिलने वाला गंगाजल लोगों की आस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ.

शिमलाः कोरोना ने देशभर में असामान्य स्थिति पैदा की. इस बीच कोरोना की वजह से कोई लॉकडाउन के दौरान लोगों की आवाजाही पर भी पाबंदी लगाई गई. ऐसे में हिमाचल प्रदेश से भक्त उत्तराखंड पवित्र गंगाजल लाने नहीं जा सके, लेकिन गंगाजल की कमी पोस्ट ऑफिस ने पूरी की. पोस्ट ऑफिस के जरिए भक्तों को गंगाजल अपने घर के नजदीक पोस्ट ऑफिस पर ही मिलता रहा. पोस्ट ऑफिस में प्रदेश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में लोगों को गंगाजल उपलब्ध करवाया.


शिमला के मुख्य डाकघर (Shimla Head Post Office) के मुख्य वरिष्ठ डाकपाल भजन लाल ने बताया कि देश के सभी डाकघरों को देहरादून स्थित मुख्य डाकघर से गंगाजल प्राप्त होता है. हिमाचल प्रदेश के लिए सभी डाकघरों के लिए शिमला मुख्य डाकघर में गंगाजल आता है. इसके बाद यहां से ही प्रदेश के अन्य 17 डाक मुख्यालयों में गंगाजल उपलब्ध करवाया जाता है. उन्होंने बताया कि साल 2016 से ही पोस्ट ऑफिस लोगों को गंगाजल उपलब्ध करवा रहा है, लेकिन कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन के बीच इसकी महत्ता और अधिक बढ़ गई.

चूंकि लोगों की आवाजाही पर बंदिशें थीं. ऐसे में लोगों को अपने घर के आसपास ही गंगाजल उपलब्ध होने से बड़ी सुविधा मिली. उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में गंगाजल की बहुत अधिक महत्ता है. यह लोगों की भावना से जुड़ा हुआ विषय है. लोगों के घर पर होने वाले पूजा-अनुष्ठान में गंगाजल का विशेष महत्व है. ऐसे में पोस्ट ऑफिस के जरिए ही लोगों को आसानी से गंगा जल उपलब्ध हुआ. उन्होंने कहा बताया कि 30 रुपए के मामूली दाम में लोगों को 250 मिलीलीटर गंगाजल आसानी से उपलब्ध हो जाता है.


वहीं, शिमला के मशहूर दुर्गा मंदिर (Famous Durga Temples of Shimla) के पुरोहित पंडित भगवती प्रसाद की किमोठी ने बताया कि वह आम दिनों में हर तीसरे महीने गंगाजल लेने के लिए हरिद्वार जाया करते थे, लेकिन कोरोना के कारण वे आवाजाही नहीं कर सके. ऐसे में उनके सामने पूजा-अनुष्ठान के दौरान गंगा जल की समस्या पैदा हुई. उन्हें यह जानकारी मिली की पोस्ट ऑफिस में भी गंगाजल आसानी से उपलब्ध हो जाता है. इसके बाद मंदिर के पुरोहित पोस्ट ऑफिस से मिले गंगाजल के जरिए अपना पूजा-अनुष्ठान का काम पूरा करते रहे.

उल्लेखनीय है कि साल 2016 से देशभर के सभी डाकघरों में गंगाजल की सुविधा (Gangajal facility in post offices) उपलब्ध है. कोई भी व्यक्ति डाकघर के काउंटर पर जाकर गंगाजल आसानी से खरीद सकता है. इसके लिए ग्राहक को 30 रुपए की मामूली रकम चुकानी होती है. कोरोना के दौरान पोस्ट ऑफिस में मिलने वाले गंगा जल की महत्ता और अधिक बढ़ गई. आम दिनों में लोग आवाजाही के दौरान भी उत्तराखंड से अपने घर गंगाजल लाया करते थे, लेकिन लॉकडाउन के बीच आवाजाही पर बंदिशें रहीं. ऐसे में पोस्ट ऑफिस में मिलने वाला गंगाजल लोगों की आस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ.

ये भी पढ़ें: जनता ने दिया ऐसा आशीर्वाद, जनसभा में मंच पर भावुक हो गए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर

ये भी पढ़ें: महबूबा मुफ्ती के तालिबानी बयान पर अनुराग ठाकुर का पलटवार, बोले- धारा 370 हमेशा के लिए खत्म

Last Updated : Aug 23, 2021, 10:46 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.