शिमला: हिमाचल में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. पुलिस समय-समय पर लोगों को जागरूक रहने की सलाह देती है, लेकिन इसके बावजूद लोग लालच में आकर ठगी का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामले में चंबा के एक व्यक्ति के साथ लॉटरी निकलने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की गई. साइबर ठगों ने एक शख्स को ऐसा ठगा कि वो शख्स अपनी जिंदगी भर की कमाई लुटा बैठा. पीड़ित के मुताबिक साइबर ठगों ने उससे 72 लाख रुपये ठग लिए.
ठगों ने दिया ढाई करोड़ की लॉटरी का लालच: पुलिस के मुताबिक चंबा जिले के बागवान छंगा राम ने साइबर ठगी का शिकार होने की शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत के मुताबिक पिछले साल उसे 2.50 करोड़ रुपए की लॉटरी लगने का मैसेज आया था. इसके बाद फोन कॉल पर भी लॉटरी को लेकर बात भी हुई. ठगों ने उसे ढाई करोड़ की लॉटरी लगने की बात बताई और बदले में कुछ पैसे एक बैंक खाते में जमा करवाने को कहा.
200 से ज्यादा बार किए रूपये ट्रांसफर: शिकायतकर्ता के मुताबिक ठगों ने लॉटरी के बदले उससे अलग-अलग चीजों का हवाला देकर कई बार रुपयों की मांग की गई. ढाई करोड़ के लालच में उसने भी ठगों के बताए बैंक खाते में लगभग 200 बार रुपये ट्रांसफर किए. ज्यादातर बार बैंक जाकर और कुछ गूगल पे के जरिये पैसे ट्रांसफर किए. पीड़ित के मुताबिक उसने लगभग 3 महीने तक ठगों के बताए खाते में पैसे ट्रांसफर किए थे.
72 लाख रुपये गंवाए- साइबर ठगों का शिकार हुए छंगा राम के मुताबिक उसने आखिरी बार सितंबर में रुपये ट्रांसफर करवाए थे. लगभग 3 महीने तक वो खुद बैंक जाकर ठगों के बताए बैंक खाते में पैसे भेजता रहा. लगभग 200 ट्रांजक्शन और 72 लाख रुपये गंवाने के बाद उसे ठगी का अहसास हुआ लेकिन तब तक वो अपनी जमा पूंजी गंवा चुका था. जिसके बाद छंगा राम ने चंबा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई लेकिन कोई कार्रवाई ना होने पर उसने शिमला के साइबर सेल में शिकायत दी.
साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज: शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन शिमला में FIR नंबर 7/22 IPC की धारा 420 और 66डी ऑफ IT एक्ट में केस दर्ज किया गया है. एएसपी भूपेंद्र नेगी ने मामले की पुष्टि करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा कि लॉटरी या किसी ईनाम के झांसे में ना आएं. किसी अनजान को अपने बैंक से जुड़ी जानकारी शेयर ना करें. अगर ठगी का कोई भी मामला है तो तुरंत साइबर सेल में इसकी शिकायत दें. उन्होंन बताया कि हिमाचल पुलिस लोगों को समय-समय पर सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से जागरुक करती है.
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