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जयंती विशेष : पहाड़ से गहरा लगाव रखती थीं इंदिरा गांधी, हिमाचल को दिलाया था पूर्ण राज्य का दर्जा

आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जयंती है. पूरे देशभर में उन्हें आज याद किया जा रहा है. राजधानी शिमला में भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का शिमला से बेहद खास नाता रहा है. हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा इंदिरा गांधी के कार्यकाल में ही मिला था.

Indira Gandhi birth anniversary
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती
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Published : Nov 19, 2020, 12:13 PM IST

शिमला: आयरन लेडी इंदिरा गांधी और हिमाचल प्रदेश का गहरा नाता रहा है. इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुए ही हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल की स्टेटहुड वाली खुशियों में शामिल होने के लिए इंदिरा गांधी बाकायदा दिल्ली से शिमला आई थीं. तब हिमाचल को देश का 18वां राज्य होने का गौरव मिला था.

इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध के बाद समझौते के लिए भी शिमला को चुना था. पहाड़ों से उनका सहज लगाव था. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती पर हिमाचल में उन्हें कृतज्ञता से स्मरण किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश को 25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. उस समय शिमला के रिज मैदान पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी शामिल हुई थीं. जनवरी के उस महीने में पहाड़ को बर्फबारी की सौगात भी मिली थी. तब आकाशावाणी के लिए इस समारोह की कमेंट्री आईएएस अधिकारी व लेखक श्रीनिवास जोशी ने की थी.

हिमाचल के बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक स्व.रामदयाल नीरज उस समय लोक संपर्क विभाग में कार्यरत थे. नीरज बताते थे कि बर्फ के फाहों के बीच इंदिरा गांधी ने दूरदराज से शिमला पहुंचे प्रदेश वासियों को संबोधित किया था. पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह के लिए ऊपरी शिमला के दूरदराज व दुर्गम इलाकों सहित प्रदेश भर से हजारों लोग शिमला के रिज मैदान पहुंचे थे. उस समय इंदिरा गांधी ने अपने संबोधन में हिमाचल से अपने लगाव का वर्णन भी किया था. उन्होंने कहा था कि मेरे पिता जवाहरलाल नेहरू भी इस पर्वतीय स्थल को बहुत पसंद करते थे.

इंदिरा गांधी के अनुसार वे पहाड़ से गहरा नाता महसूस करती थीं. हिमाचल प्रदेश के छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह ने इंदिरा गांधी के साथ भी काम किया है. वे इंदिरा गांधी से प्रभावित हैं और मानते हैं कि आयरन लेडी जैसा नेतृत्व दुर्लभ सौगात है. वीरभद्र सिंह के अनुसार इंदिरा गांधी की बदौलत ही हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. इंदिरा गांधी के हिमाचल निर्माता व प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार से भी काफी घनिष्ठता थी. वे डॉ. परमार के व्यक्तित्व की कायल थीं.

हिमाचल में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए जब भी सोनिया गांधी आई हैं, उन्होंने हमेशा इंदिरा गांधी व कांग्रेस के हिमाचल संपर्क का जिक्र किया है. इंदिरा गांधी के पहाड़ के प्रति लगाव को देखते हुए शिमला के रिज मैदान पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है.

यही नहीं, भारत व पाकिस्तान के बीच शिमला समझौते के दौरान इंदिरा गांधी ने जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी बेनजीर की शिमला यात्रा का सुखद बनाने के लिए अधिकारियों को खास निर्देश दिए थे. पाकिस्तानी नेता जुल्फिकार अली भुट्टो अपनी बेटी बेनजीर को भी शिमला साथ लाए थे. इसी तरह शिमला और इंदिरा का नाता इतिहास में भी महत्वपूर्ण माना जाता है.

शिमला: आयरन लेडी इंदिरा गांधी और हिमाचल प्रदेश का गहरा नाता रहा है. इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुए ही हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल की स्टेटहुड वाली खुशियों में शामिल होने के लिए इंदिरा गांधी बाकायदा दिल्ली से शिमला आई थीं. तब हिमाचल को देश का 18वां राज्य होने का गौरव मिला था.

इंदिरा गांधी ने 1971 के युद्ध के बाद समझौते के लिए भी शिमला को चुना था. पहाड़ों से उनका सहज लगाव था. पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की जयंती पर हिमाचल में उन्हें कृतज्ञता से स्मरण किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश को 25 जनवरी 1971 को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. उस समय शिमला के रिज मैदान पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी शामिल हुई थीं. जनवरी के उस महीने में पहाड़ को बर्फबारी की सौगात भी मिली थी. तब आकाशावाणी के लिए इस समारोह की कमेंट्री आईएएस अधिकारी व लेखक श्रीनिवास जोशी ने की थी.

हिमाचल के बहुमुखी प्रतिभा के धनी लेखक स्व.रामदयाल नीरज उस समय लोक संपर्क विभाग में कार्यरत थे. नीरज बताते थे कि बर्फ के फाहों के बीच इंदिरा गांधी ने दूरदराज से शिमला पहुंचे प्रदेश वासियों को संबोधित किया था. पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह के लिए ऊपरी शिमला के दूरदराज व दुर्गम इलाकों सहित प्रदेश भर से हजारों लोग शिमला के रिज मैदान पहुंचे थे. उस समय इंदिरा गांधी ने अपने संबोधन में हिमाचल से अपने लगाव का वर्णन भी किया था. उन्होंने कहा था कि मेरे पिता जवाहरलाल नेहरू भी इस पर्वतीय स्थल को बहुत पसंद करते थे.

इंदिरा गांधी के अनुसार वे पहाड़ से गहरा नाता महसूस करती थीं. हिमाचल प्रदेश के छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह ने इंदिरा गांधी के साथ भी काम किया है. वे इंदिरा गांधी से प्रभावित हैं और मानते हैं कि आयरन लेडी जैसा नेतृत्व दुर्लभ सौगात है. वीरभद्र सिंह के अनुसार इंदिरा गांधी की बदौलत ही हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला था. इंदिरा गांधी के हिमाचल निर्माता व प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार से भी काफी घनिष्ठता थी. वे डॉ. परमार के व्यक्तित्व की कायल थीं.

हिमाचल में चुनावी सभाओं को संबोधित करने के लिए जब भी सोनिया गांधी आई हैं, उन्होंने हमेशा इंदिरा गांधी व कांग्रेस के हिमाचल संपर्क का जिक्र किया है. इंदिरा गांधी के पहाड़ के प्रति लगाव को देखते हुए शिमला के रिज मैदान पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है.

यही नहीं, भारत व पाकिस्तान के बीच शिमला समझौते के दौरान इंदिरा गांधी ने जुल्फिकार अली भुट्टो की बेटी बेनजीर की शिमला यात्रा का सुखद बनाने के लिए अधिकारियों को खास निर्देश दिए थे. पाकिस्तानी नेता जुल्फिकार अली भुट्टो अपनी बेटी बेनजीर को भी शिमला साथ लाए थे. इसी तरह शिमला और इंदिरा का नाता इतिहास में भी महत्वपूर्ण माना जाता है.

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