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रिज मैदान पर दरारें, खतरे को दरकिनार कर सरकार मना रही है जश्न!

नगर निगम के पूर्व महापौर संजय चौहान ने सरकार से रिज मैदान पर रैली ना करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 2016 में ही विशेषज्ञों की राय लेने के बाद आगाह कर दिया था. इस टैंक के ऊपरी हिस्सों में दरारें आई हैं, जिसको नगर निगम और सरकार भी मान चुकी है.

sanjay chauhan on ridge ground
संजय चौहान ने जयराम सरकार के जश्न पर खडे़ किए सवाल
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Published : Dec 21, 2019, 5:32 PM IST

Updated : Dec 21, 2019, 7:34 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान का अस्तित्व खतरे में है. रिज का एक हिस्सा पहले ही धंस चुका है. वहीं, अब टैंक में भी दरारें आ चुकी है, जिन्हें ठीक करने को लेकर नगर निगम एक्सपर्ट की राय ले रही है. इन दरारों से रिज मैदान को खतरे को लेकर एक्सपर्ट ने निगम को आगाह भी कर दिया है.

इसके बावजूद सरकार 27 दिसंबर को रिज मैदान पर दो साल का जश्न मनाने जा रही है. रिज मैदान पर 25 हजार से ज्यादा लोगों के रैली में शामिल होने की बात सरकार कर रही है. ऐसे में इस रिज मैदान को खतरा और भी बढ़ सकता है. रिज मैदान के टैंक को बचाने के लिए नगर निगम द्वारा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज और आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों को बुलाया गया था, जिन्होंने टैंक में आई दरारों को जल्द भरने को लेकर नगर निगम को आगाह भी किया था.

नगर निगम इन दरारों को भरने के लिए टेंडर भी निकालने जा रहा है. इसके बावजूद रिज पर नगर निगम ने सरकार को रैली करने की अनुमति दे दी है. महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि रिज बिल्कुल सुरक्षित है और इसे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. सरकार को यहां रैली करने की अनुमति दे दी गई है और सरकार के दो सालों पर भव्य रैली का आयोजन किया जाएगा.

उधर, नगर निगम के पूर्व महापौर संजय चौहान ने सरकार से रिज मैदान पर रैली न करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 2016 में ही विशेषज्ञों की राय लेने के बाद आगाह कर दिया गया था. इस टैंक के ऊपरी हिस्सों में दरारें आई हैं, जिसको नगर निगम और सरकार भी मान चुकी है. इसके बावजूद सरकार इस रिज मैदान के अस्तित्व को मिटाने पर तुली है.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर अग्रेजों ने शहर में पानी मुहैया करवाने के लिए टैंक का निर्माण किया था. यहां से शहर के कई इलाकों में पानी की सप्लाई होती है. इस टैंक से शिमला शहर के लोअर बाजार, राम बाजार, लक्कड़ बाजार, मॉल रोड के साथ कई हिस्सों में पानी की सप्लाई होती है.

ये भी पढ़ें: तहबाजारी यूनियन ने नगर निगम के खिलाफ खोला मोर्चा, वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने की मांग

शिमला: राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान का अस्तित्व खतरे में है. रिज का एक हिस्सा पहले ही धंस चुका है. वहीं, अब टैंक में भी दरारें आ चुकी है, जिन्हें ठीक करने को लेकर नगर निगम एक्सपर्ट की राय ले रही है. इन दरारों से रिज मैदान को खतरे को लेकर एक्सपर्ट ने निगम को आगाह भी कर दिया है.

इसके बावजूद सरकार 27 दिसंबर को रिज मैदान पर दो साल का जश्न मनाने जा रही है. रिज मैदान पर 25 हजार से ज्यादा लोगों के रैली में शामिल होने की बात सरकार कर रही है. ऐसे में इस रिज मैदान को खतरा और भी बढ़ सकता है. रिज मैदान के टैंक को बचाने के लिए नगर निगम द्वारा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज और आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों को बुलाया गया था, जिन्होंने टैंक में आई दरारों को जल्द भरने को लेकर नगर निगम को आगाह भी किया था.

नगर निगम इन दरारों को भरने के लिए टेंडर भी निकालने जा रहा है. इसके बावजूद रिज पर नगर निगम ने सरकार को रैली करने की अनुमति दे दी है. महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि रिज बिल्कुल सुरक्षित है और इसे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. सरकार को यहां रैली करने की अनुमति दे दी गई है और सरकार के दो सालों पर भव्य रैली का आयोजन किया जाएगा.

उधर, नगर निगम के पूर्व महापौर संजय चौहान ने सरकार से रिज मैदान पर रैली न करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि 2016 में ही विशेषज्ञों की राय लेने के बाद आगाह कर दिया गया था. इस टैंक के ऊपरी हिस्सों में दरारें आई हैं, जिसको नगर निगम और सरकार भी मान चुकी है. इसके बावजूद सरकार इस रिज मैदान के अस्तित्व को मिटाने पर तुली है.

वीडियो रिपोर्ट

बता दें कि शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर अग्रेजों ने शहर में पानी मुहैया करवाने के लिए टैंक का निर्माण किया था. यहां से शहर के कई इलाकों में पानी की सप्लाई होती है. इस टैंक से शिमला शहर के लोअर बाजार, राम बाजार, लक्कड़ बाजार, मॉल रोड के साथ कई हिस्सों में पानी की सप्लाई होती है.

ये भी पढ़ें: तहबाजारी यूनियन ने नगर निगम के खिलाफ खोला मोर्चा, वेंडर एक्ट 2014 को लागू करने की मांग

Intro:शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान का अस्तित्व खतरे में है। रिज का एक हिसा जहा पहले ही धंस चुका है वही टैंक में भी दरारें आ चुकी है जिन्हें ठीक करने को लेकर नगर निगम एक्सपर्ट की राय ले रही है। इन दरारों से रिज मैदान को खतरे को लेकर एक्सपर्ट ने निगम को आगाह भी कर दिया है। बावजूद इसके सरकार 27 दिसम्बर को रिज मैदान पर दो साल का जश्न मनाने जा रही है। रिज मैदान पर 25 हजार से ज्यादा लोगो के रैली में शामिल होने की बात सरकार कर रही है। ऐसे में इस रिज मैदान को खतरा ओर भी बढ़ सकता है। रिज मैदान में जहा टैंक में दरारे आई है वही रिज के बीच मे भी दरारे पड़ने लगी है।


Body:रिज मैदान के टैंक को बचाने के लिए नगर निगम द्वारा पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज और आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों को बुलाया गया था जिन्होंने टैंक में आई दरारों को जल्द भरने को लेकर नगर निगम को आगाह भी किया था। नगर निगम इन दरारों को भरने के लिए टेंडर भी निकालने जा रहा है। बावजूद इसके रिज पर नगर निगम ने सरकार को रैली करने की अनुमति दे दी है। एक तरफ टैंक में आई दरारों को भरने के लिए नगर निगम कार्य शुरू करने जा रहा है वही दूसरी तरह नगर निगम की महापौर रिज पर किसी भी तरह का खतरा न होने की बात कह रही है। महापौर सत्या कौंडल का कहना है कि रिज बिल्कुल सुरक्षित है और इसे किसी तरह का कोई खतरा नही है। सरकार को यहां रैली करने की अनुमति दे दी गई है और सरकार के दो सालों पर भव्य रैली का आयोजन किया जाएगा।


Conclusion:उधर नगर निगम के पूर्व महापौर संजय चौहान ने सरकार को रिज मैदान पर रैली न करने की मांग की है और कहा कि 2016 में ही विशेषज्ञों की राय लेने के बाद सड़कर को आगाह कर दिया था इस टैंक के ऊपरी हिस्सो में दरारे आई है जिसको नगर निगम और सरकार भी मान चुकी है बावजूद इसके सरकार इस रिज मैदान के अस्तित्व को मिटाने पर तुली है। सरकार को दो साल का जश्न मनाना है तो कई और भी मना सकती है लेकिन रिज मैदान को इससे बड़ा खतरा आने वाले दिनों में हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 में भी यहां रैली न करवाने को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा गया था और सरकार को रिज मैदान को बचाने के लिए कही और रैली करने की मांग की।

1880 साल पुराना है टैंक

शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में अग्रेजो के शहर में पानी मुहैया करवाने के लिए टैंक का निर्माण किया था और यहां से शहर के कई इलाको में पानी की सप्लाई होती है। टैंक में 9 चेम्बर बने हुए है जहा 45 लाख लीटर पानी स्टोर होता है। इस टैंक से शिमला शहर के लोअर बाज़ार, राम बाजार, लक्कड़ बाजार माल रोड के साथ कई हिस्सों में पानी की सप्लाई होती है।
Last Updated : Dec 21, 2019, 7:34 PM IST
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