सोलन: पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस विधायक वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को सोलन में अगला विधानसभा चुनाव न लड़ने का एलान तो किया, लेकिन इसके कुछ देर बाद ही उन्होंने अपना बयान बदलते हुए चुनाव लड़ने की बात कही. फेसबुक पर जारी ब्यान में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश की जनता और राजनीतिक परिस्थितियां ही उनके राजनीतिक संन्यास का फैसला करेगी.
फेसबुक पर जारी बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि 'आज मीडिया ने मेरे चुनाव न लड़ने बारे हल्के फुल्के व्यंग को गम्भीरता से ले लिया. मेरा चुनाव लड़ना या न लड़ना भविष्य के गर्भ में छिपा है. जो सक्रिय राजनीति में है उन्हें एक ना एक दिन रिटायरमेंट लेनी है यह एक सत्य है, लेकिन कब लेनी हैं यह प्रदेश की जनता और उस समय की राजनीतिक परिस्थितियां तय करेगी'.
'लोगों ने मुझे हमेशा बहुत प्यार और मान सम्मान दिया है'
जारी बयान में उन्होंने कहा कि लोगों ने मुझे हमेशा बहुत प्यार और मान सम्मान दिया है और छह बार प्रदेश का मुख्यमंत्री के रूप में सेवा करने का अवसर प्राप्त करवाया हैं. अतः राजनीति से सन्यास के विषय को मैं भविष्य की राजनीतिक गतिविधियों पर छोड़ता हूं. मैं कांग्रेस पार्टी की मजबूती के लिए पूरे जोश के साथ लोगों के बीच आ जा रहा हूं. इसलिए इस तथ्य को गंभीरता से ना लिया जाए.
'पार्टी में गद्दार घुस आए हैं, उनका पर्दाफाश किया जाए'
बता दें कि वीरभद्र सिंह इन दिनों सोलन जिले के कुठाड़ स्थित अपने ससुराल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. गुरुवार को वीरभद्र सिंह कुनिहार में पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ समारोह में शिरकत करने आए थे. उन्होंने जिप चुनाव में डुमैहर और दाड़ला से पार्टी प्रत्याशियों की कम मतों से हार पर कहा कि पार्टी में गद्दार घुस आए हैं, उनका पर्दाफाश किया जाए.
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