शिमला: अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर शिमला में ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें ग्रामीण क्षेत्रो में स्वयं सहायता समूह में महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को प्रदर्शित किया गया. प्रदर्शनी का शुभारंभ ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने किया.
प्रदर्शनी में ग्रामीण क्षेत्रो के 25 सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पाद जूट के बैग, गर्म कपड़े, बांस से तैयार उत्पाद, जैसे कई उत्पाद प्रदर्शित किए गए.
इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को जल्द मार्केट मुहैया करवाने की बात कही. उन्होंने कहा कि हिमाचल ग्रामीण विकास विभाग की आजीविका मिशन के तहत कई कार्य्रकम चलाए जा रहे हैं. विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में तैयार किए जा रहे उत्पादों को मंच देकर उन्हें लोकप्रिय बना रहा है ताकि सेल्फ हेल्प ग्रुप की आय बड़ा सके. ग्रामीण क्षेत्रों में सेल्फ हेल्प ग्रुप के उत्पादों को मंच देने के लिए प्रदर्शनी भी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाती है.
मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्लास्टिक मुक्त का नारा पीएम मोदी ने दिया है. उसके विकल्प के तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा तैयार जूट के बैग को अपनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एक ऐसी महत्वपूर्ण योजना है जो पूरी तरह से ग्रामीण महिलाओं की आजीविका और आर्थिकी को मजबूत करने के लिए बनाई गई है. इस योजना के माध्यम से महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को वित्त पोषण के माध्यम से अनुदान प्रदान किया जाता है.
मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर प्रदेश के स्वयं सहायता के तैयार किए गए उत्पादों को यहां प्रदर्शित किया गया है. इसका उद्देश्य महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को बड़ा मंच देना है. इसके लिए विभाग भी प्रयास कर रहा है और आने वाले समय में इन उत्पादों के लिए दुकानें भी खोली जाएंगी.
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