शिमला: हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग के चेयरमैन कैप्टर रामेश्वर सिंह ठाकुर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. इस बातचीत के दौरान उन्होंने दावा किया है कि आयोग में पूरी पारदर्शिता के साथ कामकाज हो रहा है. आयोग ने लिस्ट ऑफ बिजनेस को अपनी साइट पर अपलोड किया है. यहां नौकरी के लिए किसी भी तरह की सिफारिश की कोई जगह नहीं है. सिर्फ काबिल युवा ही चुने जाएंगे.
वायरल पत्र पर क्या बोले- ईटीवी से बातचीत में आयोग के चेयरमैन रामेश्वर ठाकुर ने कहा कि इन दिनों सोशल मीडिया और अन्य संचार माध्यमों में एक पत्र वायरल हो रहा है. ऐसे गुमनाम पत्रों से आयोग की छवि को नुकसान पहुंचता है. उन्होंने कहा कि यदि किसी को आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर किसी भी तरह की शंका है तो वो उनसे निजी तौर पर मिल सकता है. उन्होंने कहा कि बिना पते के वायरल किए गए पत्र में आयोग के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ तो व्यक्तिगत आरोप लगाए गए हैं. चरित्र हनन की कोशिश की गई है। इससे कर्मचारियों में भी रोष था और उन्होंने आग्रह किया था इसकी छानबीन की जाए.
'कोई सवाल है तो मुझसे आकर मिलें'- चेयरमैन ने दोहराया कि आयोग की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए कई तरह के कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि कमीशन की अपनी ही साख है और इसकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. हिमाचल पुलिस ने गुमनाम पत्र की छानबीन करने की बात कही है और आयोग भी अपने स्तर पर जांच कर रहा है, लेकिन उन्होंने दोहराया कि यदि किसी को आयोग की कार्यप्रणाली के बारे में शंका है तो वो उनसे मिल सकता है.
एक सवाल के जवाब में आयोग के चेयरमैन ने कहा कि वे क्लास थ्री की भर्ती कंडक्ट करने के लिए सरकार के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं. आयोग के पास स्टाफ की कमी है. सरकार से कहा गया है कि आयोग में तीस पद खाली हैं, उन्हें भरा जाए. वैसे तो क्लास थ्री के पदों की भर्ती के लिए आयोग को एक्स्ट्रा स्टाफ चाहिए, लेकिन यदि सरकार केवल आयोग के खाली पद ही भर दे तो उस मैन पावर से ही भर्ती का प्रयास किया जाएगा.
'HPPSC की देशभर में साख'- चेयरमैन रामेश्वर ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग की देश भर में साख है. हाल ही में लखनऊ में हुई राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में हिमाचल आयोग की कार्यप्रणाली को सराहा गया है. उन्होंने कहा कि केरल भी अपने यहां हिमाचल लोक सेवा आयोग का लिस्ट ऑफ बिजनेस मॉडल अपनाने के लिए आगे आया है. आयोग की पारदर्शिता का इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि लिस्ट ऑफ बिजनेस में सारे बिंदु कवर किए गए हैं. ये ऑनलाइन है और कोई भी युवा किसी भी समय इसे चेक कर सकता है. इससे युवाओं को आयोग की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी मिलेगी.
'आयोग ने उठाए नए कदम'- भारतीय सेना में सेवाएं देने के साथ-साथ पूर्व में आईपीएस अफसर रहे रामेश्वर ठाकुर ने कहा कि उनका युवाओं से आग्रह है कि वे लिस्ट ऑफ बिजनेस का अध्ययन करें. चेयरमैन ने कहा कि अपने नौ महीने के अब तक के कार्यकाल में उन्होंने कई नए कदम उठाए हैं. पहले अभ्यर्थी के मार्क्स नहीं बताए जाते थे, लेकिन अब ये व्यवस्था लागू की गई है कि इंटरव्यू हो जाने के बाद अभ्यर्थी के मार्क्स ऑनलाइन डिसप्ले कर दिए जाते हैं. यही नहीं, अब रिटन टैस्ट और इंटरव्यू के मार्क्स को मिलाकर सिलेक्शन होती है. इससे रिटन टैस्ट में अच्छा परफॉर्म करने वाले कैंडिडेट को तसल्ली होती है कि उनकी मेहनत को रेखांकित किया गया है.
ये भी पढ़ें: पेपर लीक मामले में भंग कर्मचारी चयन आयोग का पहला परीक्षा परिणाम जारी, देखें रिजल्ट
ये भी पढ़ें: HPPSC Chairman Exclusive : गुमनाम चिट्ठी पर क्या बोले आयोग के चेयरमैन ? नौकरी की राह देखते युवाओं को दी ये सलाह