फरीदाबाद/शिमला: रूस ने यूक्रेन पर हमला (russia ukraine war) कर दिया है. जिसके बाद यूक्रेन के कई शहरों में तबाही मची हुई है और लोग शहर छोड़ कर सुरक्षित जगहों पर पनाह ले रहे हैं. सड़कों पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिल रही है. कीव में हुई बमबारी के बाद यूक्रेन के शहर यूजहॉर्ड (uzhhorod) में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे पंजाब के रहने वाले छात्र साहिब शर्मा (punjab students in ukraine) से फरीदाबाद के संवाददाता रुस्तम जाखड़ ने वहां के हालात पर खास बातचीत की.
बातचीत के दौरान साहिब शर्मा ने बताया कि यहां से सैकड़ों की संख्या में छात्र भारतीय दूतावास गए हुए हैं और यहां पर अफरा-तफरी का माहौल तो नहीं है, लेकिन सुबह से ही लोग एटीएम मशीनों बाहर लाइन लगाकर खड़े हुए हैं और पैसा निकाल रहे हैं. लोग राशन और दूसरी जरूरत का सामान भी इकट्ठा कर रहे हैं. इसके साथ ही बहुत सारे लोग शहर छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
साहिब शर्मा ने बताया कि भारतीय दूतावास में उन्होंने भी संपर्क किया था और उनको अभी यहीं पर रुकने के लिए बोला (indian students in ukraine) गया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां पर स्थानीय पुलिस सहित दूसरे लोग भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहे हैं. पिछले कई हफ्तों से लगातार यहां के नागरिक हथियारों के साथ युद्ध अभ्यास कर रहे हैं. ऐसे में भारतीय छात्र और दूसरे लोग यहां से निकलना चाहते हैं, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.
साहिब शर्मा ने बताया कि भारत सरकार को जल्द से जल्द यहां से भारतीयों को निकाल लेना चाहिए, क्योंकि कीव में बमबारी के बाद यहां पर हालात बिगड़ने में वक्त नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि वह कीव से बहुत दूर हैं, लेकिन यूक्रेन पर हमले का असर यहां पर भी साफ दिखाई दे रहा है. उनकी अपने परिवार के लोगों से अभी रोजाना बातचीत तो हो रही है.
कुछ समय पहले यहां फंसे भारतीय छात्रों व अन्य नौकरी पेशा लोगों को लेने के लिए जो विमान भेजे गए थे, उनके टिकट बहुत महंगे थे. अभी भी यहां सैकड़ों की संख्या में भारतीय छात्र फंसे (Indian students trapped in Ukraine) हुए हैं. साहिब शर्मा ने कहा कि उनकी भारत सरकार से बस यही अपील है कि यहां फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाए.
ये भी पढ़ें: सीएम जयराम का बयान: यूक्रेन में फंसे हिमाचलियों को लेकर विदेश मंत्रालय से संपर्क में सरकार