शिमला: राजधानी शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में लोक निर्माण विभाग कर्मचारियों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क और सैनेटाइजर जैसे कोई भी बचाव उपकरण नहीं दिए जा रहे हैं. लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी रविन्द्र ने बताया कि अधिशासी अभियंता के माध्यम से प्रिंसिपल को मांग पत्र सौंपा गया था. इसके विपरीत अस्पताल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को कोविड में प्रयोग होने वाली चीजें नहीं दी गई हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि बीते साल कोरोना के शुरुआती समय से लेकर अब तक अस्पताल प्रशासन द्वारा दो-तीन बार ही मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए गए हैं. जिससे कि कर्मचारियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
ये भी पढ़ें- 15 मई से शुरू होगा राधास्वामी सत्संग परौर में कोरोना मरीजों का उपचार: DC
कोरोना किट मुहैया कराए प्रशासन
कर्मचारियों का कहना है कि हाल ही में कोरोना के मामले कम हुए थे जिसके चलते कर्मचारियों ने भी किसी तरह की मांग प्रशासन से नहीं की थी, परंतु अब वही कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अस्पताल प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को मास्क सैनिटाइजर आदि उपलब्ध करवाए जाने चाहिए. उन्होंने मांग की है कि कारपेंटर, फिटर और मेसर्स को उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं.
अस्पताल में लेबर और कर्मचारियों की कमी
इसके साथ ही अस्पताल में लेबर और कर्मचारियों की काफी कमी है, इसलिए इन में भी बढ़ोतरी की जाए. जिससे कि सारा बोझ कुछ कर्मचारियों पर ना पड़े. कर्मचारियों का कहना है कि जब स्टोर इंचार्ज डॉ राहुल गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने मास्क देने से इनकार कर दिया. कर्मचारियों ने अस्पताल प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द उनकी समस्या का निपटारा किया जाए. उनकी मांगों को पूरा किया जाए, जिससे कि वह भी अपनी ड्यूटी सही से निभा सके और संक्रमण से भी बचाव हो सकें.
ये भी पढ़ें- धर्मशाला: नोडल युवा मण्डल का चयन के लिए 25 मई तक कर सकते हैं आवेदन