शिमला: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर देशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया है. 1अगस्त से चल रहे एर्स आंदोलन को ईपीएफओ क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के कर्मचार ने भी अपना समर्थन दिया है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के कर्मचारियों ने शिमला क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया अपनी मांगों को पूरा करने के लिए जमकर नारेबाजी भी की.
कर्मचारी भविष्य निधि स्टॉफ यूनियन क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के महासचिव हेम चंद चौहान ने कहा कि देशव्यापी स्तर पर ईपीएफओ कर्मचारियों का यह आंदोलन 1 अगस्त से चल रहा है. अखिल भारतीय कर्मचारी भविष्य स्टॉक फैडरेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी 11 जुलाई को गुड़गांव में हुई बैठक ने इस देशव्यापी आंदोलन को शुरू करने का फैसला लिया गया था. कार्यकारिणी की ओर से इसका नोटिस सरकार के साथ ही ईपीएफओ के उच्चाधिकारियों को भी पहले ही सौंप दिया गया था . उन्होंने कहा कि इसी आंदोलन को क्षेत्रीय कार्यालय शिमला के कर्मचारियों ने भी अपना समर्थन दिया है और कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया है.
कर्मचारी जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं उसमें कैडर रिस्ट्रक्चरिंग की अनोमोली रिड्रेससल कम इम्पलीमेंटेशन कमेटी की सिफारिशों को लागू करने,सभी कैडरों ग्रुप बी, सी और डी के भर्ती नियमों को अनुमोदित करने, स्वीकृत स्टाफ संख्या की समीक्षा करने के साथ ही अन्य भी कई प्रमुख मांगे हैं. इन्हीं को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं.
हेम चंद चौहान ने कहा कि आज ही हैदराबाद में संगठन के न्यासी बोर्ड की बैठक हो रही है. अगर बोर्ड की इस बैठक में इन मांगों पर विचार नहीं किया गया तो 28 अगस्त को पूरे देश में संगठन के कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल करेंगे. उन्होंने बताया कि ईपीएफओ मुख्यालय को अनेक पत्र भेजे जाने के बाद भी संगठन प्रमुख ने फैडरेशन को बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया. इसी से मजबूर हो कर कर्मचारियों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है.
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