शिमलाः प्रदेश में ईद-उल-अजहा ईद का त्योहार मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ी धूमधाम से मनाया. राजधानी शिमला में लोगों ने ईद की नमाज अदा की और देश प्रदेश के लिए अमन शांति की दुआएं भी मांगी.
शिमला शहर में ईदगाह, जामा मस्जिद सहित छोटा शिमला, कुतुब मस्जिद संजौली में हजारों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज अदा की. ईद-उल-अजहा के मौके पर जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर बधाई दी. वहीं, भाईचारे की एकता को कायम करने के लिए अल्लाह से दुआ भी मांगी.
जामा मस्जिद के इमाम कारी मुहम्मद इस्लाम ने कहा कि अल्लाह को खुश करने के लिए ईद पर कुर्बानी दी जाती है और ईद पर लोग सभी गिला शिकवा भूला कर एक दूसरे से मिलते हैं और लोगों को एक साथ मिलजुल कर रहने का संदेश भी देते हैं.
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इमाम ने बताया कि बकरीद का त्योहार केवल बकरों की कुर्बानी देने का ही नाम नहीं हैं बल्कि कुर्बानी का मकसद है अल्लाह को राजी करने के लिए अपनी सबसे प्यारी चीज को भी त्याग कर देना है.
हालांकि इस बार कुछ परिवारों के लिए की ईद की खुशी फीकी रह गई. शिमला में रह रहे कश्मीरी ईद पर कश्मीर में टेलीफोन सेवा बंद होने के कारण अपने वहां रह रहे रिश्तेदारों को फोन पर ईद की बधाई भी नहीं दे पाए.
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