शिमला: कांग्रेस की तरफ से लगातार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस्तीफे की मांग के बाद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में उनके नेता पूरे 5 साल दिल्ली सीबीआई कोर्ट के चक्कर काटते रहे. सुरेश भारद्वाज ने पूर्व सीएम पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि वक्कामुल्ला चंद्रशेखर का मामला, घर पर सीबीआई की रेड जैसे घटनाक्रम कांग्रेस को याद करने चाहिए.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अपने शासनकाल में भ्रष्टाचार के कई गंभीर मामले झेल चुके कांग्रेसी नेताओं को नैतिकता की बातें शोभा नहीं देती. उन्होंने कहा कि सैनिटाइजर और गुमनाम पत्र मामले में कांग्रेस के कार्यकर्ता कहीं लड़ाई में नजर नहीं आए. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आदेश के बाद सरकार ने खुद शुरू की है. जब भी मुख्यमंत्री को किसी गड़बड़ी का अंदेशा हुआ तो उन्होंने तुरंत विजिलेंस जांच के आदेश दिए. फिर चाहे वह सैनिटाइजर की बात हो या फिर वेंटिलेटर की, लेकिन इतना तो तय है की इन सब मामलों की जांच प्रदेश सरकार ने खुद से शुरू की है.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश सरकार, भारतीय जनता पार्टी और कई धार्मिक एवं सामाजिक संगठन जनसेवा में लगे रहे. देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी इस संकट की घड़ी में कहीं भी जनता के साथ खड़ी नजर नहीं आई. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता कहीं भी लोगों की सेवा करते नजर नहीं आए. इस दौरान कांग्रेस के नेता केवल आरोप-प्रत्यारोप लगाते ही नजर आए. कांग्रेस के नेता जानबूझकर लोगों गुमराह कर रहे हैं और अनर्गल बयानबाजी से लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुद भ्रष्टाचार में डूबी है. इसलिए दूसरों को भी इसी नजर से देख रही है. प्रदेश सरकार ने जितनी भी जांचे चली है उसके खुद आदेश दिए हैं. विपक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार होती तो इस प्रकार की जांच का सवाल ही नहीं होता था. यह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का ही नतीजा है कि थोड़ा सा भी शक होने पर सीधा विजिलेंस जांच के आदेश दे दिए गए हैं.