शिमलाः राजधानी शिमला में पानी के भारी भरकम बिलों ने लोगों के होश उड़ा कर रख दिए हैं. लोगों को लाखों के पानी के बिल जल निगम ने थमा दिए हैं, जिसके चलते जल प्रबंधन निगम के खिलाफ लोगों के स्वर भी मुखर हो रहे हैं.
वहीं, अब सरकार ने भी जल प्रबंधन निगम को अपनी स्थिति सुधारने और हर माह लोगों को पानी के बिल देने के निर्देश जारी किए हैं. प्रदेश के शिक्षा मंत्री (Suersh bhardwaj) सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों के साथ पानी के बिलों को लेकर बैठक की गई थी और उन्होंने 15 दिन का समय बिलों को ठीक करने के लिए मांगा था.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब बीओडी की बैठक होनी है, उसमे भी ये मुद्दा उठाया जाएगा और जहां ज्यादा बिल जारी किए गए हैं, उन्हें ठीक करने को कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि निगम को पहले ही अपनी स्तिथि सुधराने के साथ-साथ हर माह लोगों को पानी के बिल देने को कहा गया है ताकि लोगों पर एक साथ आर्थिक बोझ न पड़े.
बता दें कि शिमला शहर में दो सालों से जल प्रबधन निगम पानी के वितरण का जिम्मा सम्भाल रहा है और शहर में पानी के बिल वितरित कर रहा है, लेकिन निगम द्वारा लोगों को एक साथ आठ महीने के बिल थमा दिए हैं. जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. निगम द्वारा 7 लाख तक का बिल पुलिस थाना ढली को जारी किया गया है जबकि अन्य क्षेत्रों में भी लाखों के बिल निगम द्वारा जारी किए गए हैं. लोग बिल लेकर जल प्रबंधन निगम के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.
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