शिमला: हिमाचल प्रदेश में परीक्षाओं में हुई धांधली के चलते प्रदेश सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया है. ऐसे में इसके माध्यम से करवाई जा रही कई भर्तियां लटक गई हैं. इनमें कुछ भर्तियां ऐसी हैं, जिनमें लिखित परीक्षा होने के बाद डाक्यूमेंटेशन की प्रक्रिया भी हो चुकी है. मगर इनका रिजल्ट घोषित नहीं किया गया. हालांकि सरकार इन भर्तियों के रिजल्ट HPPSC के माध्यम से जारी करवाने की बात कर रही है, लेकिन अभी भी अधिकतर भर्तियों के रिजल्ट पेंडिंग पड़े हैं.
980 और 958 पोस्ट कोड के अभ्यर्थी पहुंचे शिमला: इन पेंडिंग भर्तियों में पोस्ट कोड 980 ड्राइंग टीचर और पोस्ट कोड 958 वैटनरी फार्मासिस्ट की भर्तियां भी शामिल हैं. 980 पोस्ट कोड (ड्राइंग टीचर) के अभ्यर्थी भी रिजल्ट घोषित करने की मांग को लेकर आज राज्य सचिवालय पहुंचे. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक रिजल्ट जारी करने के आदेश नहीं दिए जाते, तब तक वे यहां से अपने घरों को वापस नहीं जाएंगे. इनके साथ ही वेटरनरी फार्मासिस्ट एग्जाम के अभ्यर्थी भी भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर सचिवालय पहुंचे हैं.
एक साल पहले चयन आयोग ने शुरू की थी भर्ती प्रक्रिया: पोस्ट कोड 980 के तहत 314 पदों के लिए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से भर्ती की जा रही थी. कर्मचारी चयन आयोग की ओर से इसके लिए जून 2022 में आवेदन मांगे गए थे और 8 सितंबर को इसके लिए लिखित परीक्षा हुई. इस परीक्षा का रिजल्ट 3 दिसंबर को निकाला गया, जिसमें 971 उम्मीदवार पास घोषित किए गए. इसके बाद लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों की डाक्यूमेंटेशन 16 से 21 दिसंबर 2022 तक पूरी की गईं.
चनय आयोग भंग होने से लटकी भर्तियां: इसी दौरान कर्मचारी चयन आयोग में पेपर लीक का मामला सामने आ गया. राज्य सरकार ने इसके चलते कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित कर दिया. इसके बाद विजिलेंस जांच के दायरे में कई अन्य भर्तियां भी आ गईं और पाया गया कि कुछ अन्य भर्तियों में भी पेपर लीक किए गए हैं. इसके चलते राज्य सरकार ने आयोग को ही भंग कर दिया है. इस कारण कई अन्य भर्तियों सहित पोस्ट कोड 980 का रिजल्ट भी पेंडिंग पड़ा हुआ है.
'बिना किसी वजह से लटकाया जा रहा है रिजल्ट': प्रदेश भर के 980 कोड के अभ्यर्थी राज्य सचिवालय में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने पहुंचे. अभ्यर्थियों का कहना है कि जांच के नाम पर इस भर्ती को लटकाया जा रहा है. इस परीक्षा में एक अभ्यर्थी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अभ्यर्थियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर किसी अभ्यर्थी ने गलत किया है तो सजा उसको मिलनी चाहिए. अन्य अभ्यर्थियों को जांच के नाम पर परेशान नहीं किया जाना चाहिए.
'आश्वासन के अलावा नहीं हुआ कोई एक्शन': ड्राइंग टीचर भर्ती अभ्यर्थियों का कहना है कि इससे पहले वे पांच बार सीएम से मिल चुके हैं. हाल ही में जून माह में भी यह अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मिले थे. तब उनको भर्ती का रिजल्ट जारी करने का आश्वासन दिया गया था. लेकिन अभी तक रिजल्ट जारी नहीं किया गया. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक सरकार द्वारा रिजल्ट जारी करने के आदेश जारी नहीं किए जाते तब तक वे यहां से नहीं जाएंगे.
वेटरनरी फार्मासिस्ट के अभ्यर्थी भी पहुंचे शिमला: इसी तरह पोस्ट कोड 958 वेटरनरी फार्मासिस्ट परीक्षा के अभ्यर्थी भी रूकी हुई भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग को लेकर राज्य सचिवालय पहुंचे. वेटरनरी फार्मासिस्ट की परीक्षा अक्टूबर 2022 को हुई थी, जिसमें 539 अभ्यर्थी पास हुए थे. इसके बाद इनकी डाक्यूमेंटेशन प्रक्रिया शुरू की गई थी, जिनमें से 144 की डाक्यूमेंटेशन हो चुकी है, लेकिन आयोग भंग करने के बाद इसकी प्रक्रिया भी लटकी हुई है. अभ्यर्थियों ने कहा कि वेटरनरी फार्मासिस्ट की परीक्षा विजिलेंस जांच के दायरे से बाहर है. ऐसे में इस भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर इसका रिजल्ट सरकार जारी करे.