शिमला: राजधानी शिमला की तंग नालियों की सफाई और जगह-जगह सीवरेज ब्लॉकेज को खोलने में मुशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. नगर निगम को एससीआर द्वारा दो और मशीनें दी गई है जिसमें 1 लीटर पीकिंग व दूसरी जेटिंग मशीन है.
दोनों ही मशीनों के आने से शहर को साफ रखने में नगर निगम को काफी मदद मिलेगी. इन दोनों मशीनों के इस्तेमाल से निगम का समय भी बचेगा साथ ही लोगों को भी सुविधा मिलेगी. इन दोनों मशीनों की कीमत 95 लाख है. लीटर पैकिंग मशीन से निचली तरह ब्रश नहीं है. यह वैक्यूम क्लीनर मशीन है. इसमें जगह-जगह पर जमी धूल को साफ करने आसानी होगी इसके साथ ही इस मशीन से करीब 10 मीटर दूरी पर पड़े कूड़े को अपनी ओर खींच सकती है.
60 मीटर तक लाइन को क्लियर करेगी
वहीं, शहर में नालियों के जाम होने और सीवरेज की ब्लॉकिंग को खोलने की मशीन भी खरीदी गई है. इसमें कटिंग मशीन से करीब एक हजार लीटर टैंक बना है जिसमें पानी हर वक्त रहेगा. इसकी खासियत यह है कि ये 60 मीटर तक लाइन को क्लियर करेगी. शहहर में सीवरेज लाइन ब्लॉक होने पर खोलने पर काफी मुशक्कत करनी पड़ती थी और समय भिनकाफी ज्यादा लगता था लेकिन अब चंद मिनटों में ही मशीन से साफ होगी.
सड़कों की सफाई की जा रही है
नगर निगम के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा सीएसआर फंड के तहत यह दो मशीनें खरीदी गई है. निगम के पास अब चार हाईटेक मशीनें हो गई हैं. 2 महीने पहले ही लाई गई थी जिससे सड़कों की सफाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि इन मशीनों के आने से शहर की नारियां को साफ करने में काफी मदद मिलेगी साथ ही सीवरेज की ब्लॉकेज को भी खोलने में आसानी होगी . उन्होंने कहा कि जल्द ही इसका ट्रायल किया जाएगा और शहर में साफ सफाई के साथ नालियों को साफ करने के लिए इनका प्रयोग किया जाएगा.
बता दें शिमला शहर में जगह-जगह बरसात में नालियों के ब्लॉक होने से सारा पानी सड़कों पर आ जाता है और इस ब्लॉकेज को खोलने में नगर निगम के कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन अब इन नालियों को खोलने में मशीनों की मदद ली जाएगी और चंद मिनटों में ही ब्लॉकेज को खोल दिया जाएगा.
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