शिमलाः कोरोना के बीच हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल में ऑनलाइन शिक्षा जारी है. हर घर पाठशाला कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है, लेकिन इस बीच कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जो मोबाइल न होने की वजह से पढ़ नहीं पा रहे हैं. ऐसे विद्यार्थियों को पढ़ाई में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
इस बीच शिक्षा विभाग ने इन विद्यार्थियों को मोबाइल उपलब्ध कराने के लिए नीति तैयार की है. मोबाइल की वजह से शिक्षा से महरूम विद्यार्थियों को शिक्षकों, शिक्षक संघों और अन्य स्रोतों से माध्यम से मोबाइल उपलब्ध करवाए जाएंगे. अब तक विभाग की ओर से करीब एक हजार मोबाइल एकत्रित किए जा चुके हैं.
'डोनेट ए मोबाइल' मुहिम के बारे में जानकारी देते हुए हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि जो विद्यार्थी फोन की कमी के कारण नहीं पढ़ पा रहे हैं. उन्हें विभाग की ओर से मोबाइल फोन उपलब्ध करवाए जाएंगे. इस मुहिम की शुरुआत 15 जुलाई से की जाएगी. शिक्षा मंत्री ने बताया कि इसके लिए शिक्षकों, संगठनों और अन्य स्रोतों की मदद ली गई है. उन्होंने कहा कि शिक्षक न केवल समाज का निर्माण करने वालों की विद्यार्थियों की हर संभव मदद के लिए भी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं.
डेढ़ साल से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है. ऐसे में कई विद्यार्थियों के पास मोबाइल न होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा. इस बीच शिक्षकों ने अपने स्तर पर भी विद्यार्थियों को मोबाइल उपलब्ध करवाए हैं. अब इस मुहिम के जरिए मोबाइल से महरूम विद्यार्थियों को बड़ा लाभ मिलेगा.
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