शिमला: हिमाचल प्रदेश के पुलिस थानों में अब अज्ञात शवों के रिकार्ड के लिए अलग से रजिस्टर मेन्टेन करना होगा. रजिस्टर में गुमशुदा महिलाओं और बच्चों का भी रिकॉर्ड रखा जाएगा. इनके लिए थानों में रजिस्टर नंबर 28 रखा जाएगा. डीजीपी संजय कूंडू की ओर से इस बारे में स्टैंडिंग ऑर्डर जारी करने के बाद सभी थानों को निर्देश जारी किए गए हैं.
हर साल मिलते हैं औसतन 120 अज्ञात शव
हिमाचल में हर साल औसतन 120 अज्ञात शव मिलते हैं. शिनाख्त न होने की वजह से इन शवों को दाह संस्कार स्थानीय निकायों की मदद से किया जाता है. अभी तक इनका अलग से रिकार्ड नहीं रखा जा रहा है. ऐसे में कई बार परिजनों को इससे दिक्कतें आती हैं. लोगों को इसको कोई दिक्कत न आए, ऐसे में इसके लिए अब अलग से रिकॉर्ड रखा जाएगा. इसके लिए थानों में अलग से रजिस्टर नंबर 28 रखना होगा जिसमें अज्ञात शवों का रिकॉर्ड रखा जाएगा ताकि परिजनों और रिश्तेदारों को आसानी हो. इसी रजिस्टर में गुमशुदा महिलाओं-बच्चों का भी रिकॉर्ड मेन्टेन किया जाएगा.
हर साल औसतन 1800 लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट होती है दर्ज
हिमाचल प्रदेश में गुमशुदा लोगों की बात करें तो हर साल थानों करीब 1800 लोगों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होती है. गुम होने वालों में अधिकांश बच्चे और महिलाएं होती हैं. अभी तक इनके लिए अलग से रजिस्टर नहीं रखा गया है, लेकिन अब इनका भी अलग रिकार्ड रहेगा. डीजीपी संजय कूंडू की ओर से इस बारे में सभी रेजों के आईजी-डीआईजी और एसपी को निर्देश जारी किए गए हैं.
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