शिमला: मानसून सीजन शुरू होते ही बारिश ने हिमाचल में कहर बरपाना शुरू कर दिया है. इस बार मानसून में जानमाल को भारी नुकसान पहुंचा है. प्रदेश में बारिश से अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, पूरे राज्य में करीब ₹274 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है. इस बार की मानसून में हुई बारिश में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 63 लोग घायल हुए हैं. वहीं, 353 भेड़-बकरियों और पशुओं की जान जा चुकी है.
बारिश से ₹274 करोड़ का नुकसान: प्रदेश में अब तक बारिश से ₹274.76 करोड़ का नुकसान हुआ है, इसमें सबसे अधिक ₹144 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को हुआ है. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में अभी भी 33 सड़क मार्ग बाधित है, जो ग्रामीण इलाकों में हैं. सबसे ज्यादा 17 सड़कें लोक निर्माण विभाग के शिमला जोन के तहत बंद पड़ी हुई हैं. मंडी जोन के तहत भी 6 सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. इसके अलावा कांगड़ा जोन के तहत 4 सड़कें और हमीरपुर जोन के तहत 6 सड़कें अभी भी बाधित हैं. विभाग के मुताबिक प्रदेश में बारिश से सड़कों को बहाल करने के लिए 117 मशीनें तैनात की गई हैं.
जल शक्ति विभाग को भारी नुकसान: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को भी भारी क्षति हुई है. विभाग को ₹100.97 करोड़ का नुकसान इस बारिश में अब तक हो चुका है. विभाग की 1635 परियोजनाएं भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हुई है. इनमें 1318 पेयजल से संबधित परियोजनाएं है. हालांकि विभाग ने अब तक सभी 1318 परियोजनाएं बहाल कर दी हैं. इसके अलावा सिंचाई की भी 284 परियोजनाएं, सीवरेज की 23 व 10 अन्य परियोजनाओं को भी बारिश से नुकसान पहुंचा है.
बिजली बोर्ड को लाखों का नुकसान: प्रदेश में मानसून ने भारी नुकसान पहुंचाया है. लोनिवि, जलशक्ति सहित कई विभाग को भारी बारिश से नुकसान पहुंचा है. वहीं, बिजली बोर्ड को भी करीब ₹91 लाख का नुकसान हुआ है. जबकि शहरी विकास विभाग को भी ₹38 लाख का नुकसान हुआ है.
भारी बारिश में 28 लोगों की गई जान: प्रदेश में भारी बारिश से कई लोगों और पशुओं को जान गंवानी पड़ी है. बारिश में अब तक 28 लोगों की जानें गई हैं. इनमें शिमला जिला में सबसे अधिक 9 लोगों की मौत हुई है. चंबा जिला में 5 लोगों की. जबकि हमीरपुर और कुल्लू में 3-3 लोगों की मौत हुई है. मंडी और सोलन में 2-2 लोगों की मौत हुई है. इनके अलावा कांगड़ा, किन्नौर, सिरमौर और ऊना में भी एक-एक लोगों की जान गई हैं. वहीं, अब तक 63 लोग भी घायल हुए हैं. जबकि 353 भेड़-बकरियों व पशुओं की मौत भी बारिश में हुई.
मकान और पशुशाला क्षतिग्रस्त: हिमाचल में हुई भारी बारिश से रिहायशी और अन्य आवासों को भी क्षति पहुंची है. मानसून की बारिश में अब तक 48 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 6 मकान पूरी तरह से, जबकि 42 मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनके अलावा 3 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई है. भारी बारिश से प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में 22 गौशालाएं भी ढह गई हैं.
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