शिमला: देशभर में लोहड़ी पर्व की धूम है. बाजारों में लोहड़ी पर्व को लेकर रौनक देखी जा है. वहीं, हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी लोहड़ी का पर्व बड़े हर्षोउल्लास से मनाया गया. घरों और आस पड़ोस में गुड़, गच्चक, मूंगफली खाने और बांटने का खूब दौर चलता रहा. इसके साथ ही बच्चे भी इस पर्व को लेकर काफी उत्साहित दिखे. सुबह से ही बच्चों की टोलियां घर-घर जाकर सुंदरिये-मुंदरिये लोहड़ी का गीत गाकर लोहड़ी मांगते हुई नजर आए, उन्हें लोगों द्वारा लोहड़ी के रूप में पैसे, मूंगफली गच्चक दी गई.
दरअसल, लोहड़ी त्योहार फसल पकने और अच्छी खेती के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. सूर्य के प्रकाश व अन्य प्राकृतिक तत्वों से तैयार हुई फसल के उल्लास में लोग एकजुट होकर यह पर्व मनाते हैं. इस दिन सभी लोग इकट्ठा होकर सूर्य भगवान एवं अग्नि देव का पूजन कर उनका आभार प्रकट करते हैं. लोहड़ी को लेकर बाजारों में खूब रौनक रही. बाजरों में सुबह से ही भीड़ लगी रही.
इस संबंध में ज्योतिष आचार्य पंडित मस्त राम शर्मा ने कहा कि लोहड़ी का पर्व का हिमाचल में विशेष महत्व है. उनका कहना था कि यहां पर लोहड़ी के बाद ही ठंड शुरू होती है. इस लिए आज के दिन तिल के बने चीज खाते है, जिससे गर्म रहे. उनका कहना था कि लोहड़ी पंजाब और हिमाचल में विशेष रूप से मनाया जाता है. इस दौरान शाम को आग जलाकर लोग अग्नि की पूजा करते है और लोहड़ी गीत गाते हैं. साथ ही दोस्त, रिश्तेदार और पड़ोसी एक-दूसरे को लोहड़ी पर्व की शुभकामनाएं देते हैं.
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