शिमला: जिला शिमला में महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों में कमी आई है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2021-22 में 22.3 प्रतिशत तक की कमी आई है. दरअसल शिमला पुलिस द्वारा महिला अपराध को कम करने के लिए जिले में कई महिला थाना स्थापित किए गए हैं, पुलिस द्वारा रूटीन पेट्रोलिंग की जा रही है, जगह-जगह सीसीटीवी कैमरें लगाए गए हैं, शिकायत करने के लिए उचित माहौल, पुलिस पर जनता का विश्वास व कई अन्य कारण महिला के खिलाफ हो रहे अपराध को कम करने में शिमला में सार्थक सिद्ध हुए हैं. पुलिस का मानना है कि इन कारणों की वजह से महिलाओं के प्रति अपराध में कमी आई है. (Crime Cases decreased against women in Shimla)
वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में बलात्कार के मामलों में 33 फीसद की कमी दर्ज की गई है. इसी तरह महिलाओं के प्रति अपराध में 26 फीसद तक की कमी आई है. पुलिस ने इसके लिए निगरानी में वृद्धि और सतर्कता को श्रेय दिया है. इसी तरह किडनैपिंग में 23 फीसद की कमी आई है. महिलाओं के प्रति छेड़छाड़ में 8 फीसद, आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में 50 फीसद की कमी आई है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अपराध के आंकड़ों के साप्ताहिक आकलन के आधार पर रोकथाम के कदम उठाने से मदद मिली. जहां ज्यादा छेड़छाड़ के मामले थे वहां सीसीटीवी कैमरें लगाए गए.
जिले में लगाए गए 6500 से अधिक CCTV कैमरे- एसपी शिमला डॉ. मोनिका भुटूंगरू ने कहा कि अंतर-राज्य व अंतर-जिला सीमाओं, मंदिरों, महत्वपूर्ण कार्यालयों, थानों, शैक्षणिक संस्थानों, अवैध खनन क्षेत्र, बाजार, रेलवे स्टैंड, टैक्सी स्टैंड, बस स्टॉप एवं मुख्य चौराहों के अलावा संवेदनशील, महत्वपूर्ण और रणनीतिक स्थानों पर 6500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. मॉल रोड, कॉलेज के बाहर भी कैमरें लगाए गए हैं. पुलिस की टीमें रूटीन में गश्त करती है जो महिलाएं शिकायत करने थाने में आती है उनकी शिकायत को सुन कर उसपर तुरंत कार्रवाई की जाती है. (Crime Cases against women in Shimla) (Crime Cases in Shimla)
अपराध | 2018 | 2019 | 2020 | 2021 | 2022 |
बलात्कार | 40 | 62 | 54 | 57 | 38 |
किडनैपिंग | 58 | 5 | 50 | 48 | 37 |
छेड़छाड़ | 79 | 68 | 68 | 50 | 46 |
आत्महत्या के लिए उकसाना | 6 | 4 | 13 | 2 | 1 |
महिला उत्पीड़न | 18 | 14 | 32 | 19 | 14 |
छेड़छाड़ करना | 22 | 9 | 18 | 12 | 10 |
कुल | 223 | 212 | 235 | 188 | 146 |
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