शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन विधानसभा के बाहर कोरोना वारियर्स ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. दरअसल, प्रदेश में कोरोना काल के दौरान विभिन्न विभागों में आउटसोर्स कर्मी तैनात किए गए थे, लेकिन अब उन्हें नौकरी जाने का डर सताने लगा है. जिसको लेकर धरना कोरोना काल में विभिन्न विभागों में रखे आउटसोर्स कर्मियों ने प्रदेश की सुक्खू सरकार से नौकरी से न निकालने की गारंटी मांगी है.
बताया जा रहा है कि इन कर्मियों का कार्यकाल 30 सितम्बर तक बढ़ाया गया था, लेकिन सरकार की ओर से इन्हें टर्मिनेशन ऑर्डर भी जारी कर दिए गए हैं. जिसके बाद यह कर्मी सैकड़ों की संख्या में बुधवार को चौड़ा मैदान में प्रदर्शन करने पहुंचे. इस दौरान कोरोना वारियर्स कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की. वहीं, कोरोना वॉरियर यूनियन की अध्यक्ष अनीता शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर दिन रात सेवाएं दी. प्रदेश सरकार ने 30 सितम्बर तक सेवा विस्तार दिया, लेकिन अब उनके घरों तक टर्मिनेशन ऑर्डर पहुंच गए हैं.
अनीता शर्मा ने कहा कि इस नौकरी से ही वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं, लेकिन अब घर खर्च चलाना तक मुश्किल हो जाएगा. इससे पहले भी मुख्यमंत्री को मांगपत्र दिया गया है. बावजूद इसके उनकी नौकरी खतरे में है. वह इस समय वार्डों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने सरकार से लिखित में आश्वासन की मांग की है. जबतक सरकार की तरह से उन्हें लिखित में सेवा विस्तार नहीं दिया जाता तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे.
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