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कोरोना वायरस : ये हैं COVID-19 के लक्षण, ऐसे कर सकते हैं बचाव

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Published : Mar 17, 2020, 5:50 PM IST

COVID-19 से दुनियाभर में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस है क्या, COVID-19 के लक्षण क्या हैं, ये कैसे फैलता है और इससे कैसे बचा जा सकता है ? इस रिपोर्ट में जानिए.

COVID-19 SYMPTOMS
COVID-19 SYMPTOMS

ईटीवी भारत डेस्क : दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण अब महामारी का रूप ले चुका है. COVID-19 से दुनियाभर में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. इसके ईलाज के लिए अब तक कोई टीका या दवाई विकसित नहीं की जा सकी है, लेकिन अच्छी देखभाल के बाद लगभग कई मरीज पूरी तरह ठीक हुए हैं और सही जानकारी और सावधानी से इसके संक्रमण से रोका जा सकता है.

कोरोना वायरस है क्या ?

कोरोना वायरस कई तरह के वायरसिज का एक परिवार है कि जो जानवरों और इन्सानों में बिमारियां फैलने का कारण है. पहले भी कई कोरोनावायरस इन्सानों में सांस लेने की प्रणाली में संक्रमण से जुड़ी बिमारियां फैला चुके हैं. इसमें साधारण जुकाम से लेकर सार्स (SARS) जैसी गंभीर बिमारियां शामिल हैं. हाल में कोरोनावायरस से फैली बिमारी को COVID -19 नाम दिया गया है. कोविड 19 यानि कोरोना वायरस डिजीज (CO-corna VI-virus D-disease ) - 2019.

वीडियो रिपोर्ट

COVID-19 के लक्षण क्या हैं?

COVID-19 के सबसे आम लक्षण बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं. कुछ रोगियों में बदन दर्द, जुकाम, नाक का बहना, गले में खराश या फिर डायरिया के भी लक्षण देखे गए हैं. ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और धीरे-धीरे दिखाई देना शुरू होते हैं. कई लोगों में ऐसा भी पाया गया है कि संक्रमित हो जाने के काफी दिन बाद भी इसके लक्षण दिखाई नहीं देते. हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण में आने वाले 6 में से 1 व्यक्ति में ही इस बिमारी के गंभीर लक्षण देखे गए हैं.

बुजुर्गों, पहले से ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, डायबिटीज जैसी बिमारियों से ग्रस्त लोगों को ये वायरस आसानी से शिकार बना सकता है. इसलिये बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए.

COVID-19 कैसे फैलता है?

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से ये वायरस फैल सकता है. संक्रमित व्यक्ति सांस लेते या खांसते वक्त अपने नाक-मुंह से बहुत छोटी-छोटी बूंदे अपने आस पास की चीजों पर छोड़ता है. संक्रमित वस्तुओं या सतहों को छूने के बाद कोई व्यक्ति फिर जब अपने नाक, आंखों या मुंह को छूता है तो वो COVID19 का शिकार हो जाता है. वायरस संक्रमित व्यक्ति की सांसों से सीधे संपर्क में आने से भी फैल सकता है, इसलिए संक्रमित व्यक्ति से कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखना जरुरी है.

COVID-19 से कैसे बचा जा सकता है ?

COVID-19 के उपचार के लिए संभावित दवा पर दुनिया भर में शोध जारी है. अब तक इसका कोई दवा या टीका नहीं बन पाया है. फिलहाल कोरोना वायरस को फैलने से रोकना ही इससे बचाव का एकमात्र तरीका है.

सबसे जरूरी और पहला कदम कोरोना वायरस के बारे में सही जानकारी है. इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का पालन करें. ईटीवी भारत भी अपने सभी प्लेटफॉर्म्स पर कोरोना वायरस को लेकर लगातार लोगों को जागरुक कर रहा है, इसलिए किसी भी तरह की अफवाहों और गलत जानकारियों को फैलाने से बचें.

बहुत आसान सी सावधानियां बरतने से कोरोना वायरस से बचाव किया जा सकता है. अपने आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें और अपने हाथों को साबुन से लगतार धोएं या फिर एल्कोहल आधारित हैंड सैनेटाइजर से लगातार अपने हाथों को रगड़ते रहें. इससे अगर आप किसी संक्रमित वस्तु या सतह के संपर्क में आए हैं तो वायरस को शरीर में प्रवेश से रोक लेंगे.

खुद अपने आस पास के लोगों को सांस लेते और खांसते वक्त Resperatory Hygien रखने यानि कि सांस लेते या खांसते समय सावधानी बरतने के लिए जागरुक करें. खास कर खांसते वक्त अपने मुंह को कोहनी से ढकें या फिर टिशु का इस्तेमाल करें.

यदि आप कोविड-19 के लक्षण महसूस करते हैं तो आसपास के लोगों से दूरी बनाएं. घबराएं नहीं, पहले फोन पर डॉक्टर से सलाह लें. आप स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 0-11-23978046 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा सभी राज्यों के लिए अलग से भी टोल फ्री नंबर जारी किए हैं.

अनावश्यक यात्रा करने से बचें. खासकर कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें. अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो जाहिर है कि रोगों से लड़ने की ताकत किसी जवान के मुकाबले कम होगी. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी, फेफड़े की बीमारी है तो भी सिर्फ ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं.

ETV भारत अपील करता है कि कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें. कोरोना का भले कोई इलाज अब तक ना हो लेकिन छोटी-छोटी सावधानियां इसके खिलाफ सबसे बड़ा हथियार हैं. दुनिया भर में इस वायरस की चपेट में आए करीब 50 फीसदी लोग अच्छी देखभाल, डॉक्टरी सलाह और सावधानी के सहारे स्वस्थ हो चुके हैं. महज 15 फीसदी मरीजों में ही कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण देखे गए. जबकि मरने वालों का आंकड़ा 3 से 4 फीसदी है.

ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस को लेकर HRTC अलर्ट, बस अडडों पर शुरू किया सेनेटाइजेशन का काम

ईटीवी भारत डेस्क : दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण अब महामारी का रूप ले चुका है. COVID-19 से दुनियाभर में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. इसके ईलाज के लिए अब तक कोई टीका या दवाई विकसित नहीं की जा सकी है, लेकिन अच्छी देखभाल के बाद लगभग कई मरीज पूरी तरह ठीक हुए हैं और सही जानकारी और सावधानी से इसके संक्रमण से रोका जा सकता है.

कोरोना वायरस है क्या ?

कोरोना वायरस कई तरह के वायरसिज का एक परिवार है कि जो जानवरों और इन्सानों में बिमारियां फैलने का कारण है. पहले भी कई कोरोनावायरस इन्सानों में सांस लेने की प्रणाली में संक्रमण से जुड़ी बिमारियां फैला चुके हैं. इसमें साधारण जुकाम से लेकर सार्स (SARS) जैसी गंभीर बिमारियां शामिल हैं. हाल में कोरोनावायरस से फैली बिमारी को COVID -19 नाम दिया गया है. कोविड 19 यानि कोरोना वायरस डिजीज (CO-corna VI-virus D-disease ) - 2019.

वीडियो रिपोर्ट

COVID-19 के लक्षण क्या हैं?

COVID-19 के सबसे आम लक्षण बुखार, थकान और सूखी खांसी हैं. कुछ रोगियों में बदन दर्द, जुकाम, नाक का बहना, गले में खराश या फिर डायरिया के भी लक्षण देखे गए हैं. ये लक्षण आमतौर पर हल्के होते हैं और धीरे-धीरे दिखाई देना शुरू होते हैं. कई लोगों में ऐसा भी पाया गया है कि संक्रमित हो जाने के काफी दिन बाद भी इसके लक्षण दिखाई नहीं देते. हालांकि कोरोना वायरस के संक्रमण में आने वाले 6 में से 1 व्यक्ति में ही इस बिमारी के गंभीर लक्षण देखे गए हैं.

बुजुर्गों, पहले से ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, डायबिटीज जैसी बिमारियों से ग्रस्त लोगों को ये वायरस आसानी से शिकार बना सकता है. इसलिये बुखार, खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए.

COVID-19 कैसे फैलता है?

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से ये वायरस फैल सकता है. संक्रमित व्यक्ति सांस लेते या खांसते वक्त अपने नाक-मुंह से बहुत छोटी-छोटी बूंदे अपने आस पास की चीजों पर छोड़ता है. संक्रमित वस्तुओं या सतहों को छूने के बाद कोई व्यक्ति फिर जब अपने नाक, आंखों या मुंह को छूता है तो वो COVID19 का शिकार हो जाता है. वायरस संक्रमित व्यक्ति की सांसों से सीधे संपर्क में आने से भी फैल सकता है, इसलिए संक्रमित व्यक्ति से कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखना जरुरी है.

COVID-19 से कैसे बचा जा सकता है ?

COVID-19 के उपचार के लिए संभावित दवा पर दुनिया भर में शोध जारी है. अब तक इसका कोई दवा या टीका नहीं बन पाया है. फिलहाल कोरोना वायरस को फैलने से रोकना ही इससे बचाव का एकमात्र तरीका है.

सबसे जरूरी और पहला कदम कोरोना वायरस के बारे में सही जानकारी है. इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों का पालन करें. ईटीवी भारत भी अपने सभी प्लेटफॉर्म्स पर कोरोना वायरस को लेकर लगातार लोगों को जागरुक कर रहा है, इसलिए किसी भी तरह की अफवाहों और गलत जानकारियों को फैलाने से बचें.

बहुत आसान सी सावधानियां बरतने से कोरोना वायरस से बचाव किया जा सकता है. अपने आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें और अपने हाथों को साबुन से लगतार धोएं या फिर एल्कोहल आधारित हैंड सैनेटाइजर से लगातार अपने हाथों को रगड़ते रहें. इससे अगर आप किसी संक्रमित वस्तु या सतह के संपर्क में आए हैं तो वायरस को शरीर में प्रवेश से रोक लेंगे.

खुद अपने आस पास के लोगों को सांस लेते और खांसते वक्त Resperatory Hygien रखने यानि कि सांस लेते या खांसते समय सावधानी बरतने के लिए जागरुक करें. खास कर खांसते वक्त अपने मुंह को कोहनी से ढकें या फिर टिशु का इस्तेमाल करें.

यदि आप कोविड-19 के लक्षण महसूस करते हैं तो आसपास के लोगों से दूरी बनाएं. घबराएं नहीं, पहले फोन पर डॉक्टर से सलाह लें. आप स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 0-11-23978046 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा सभी राज्यों के लिए अलग से भी टोल फ्री नंबर जारी किए हैं.

अनावश्यक यात्रा करने से बचें. खासकर कोरोना वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें. अगर आपकी उम्र ज्यादा है तो जाहिर है कि रोगों से लड़ने की ताकत किसी जवान के मुकाबले कम होगी. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी, फेफड़े की बीमारी है तो भी सिर्फ ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, घबराने की जरूरत नहीं.

ETV भारत अपील करता है कि कोरोना वायरस को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें. कोरोना का भले कोई इलाज अब तक ना हो लेकिन छोटी-छोटी सावधानियां इसके खिलाफ सबसे बड़ा हथियार हैं. दुनिया भर में इस वायरस की चपेट में आए करीब 50 फीसदी लोग अच्छी देखभाल, डॉक्टरी सलाह और सावधानी के सहारे स्वस्थ हो चुके हैं. महज 15 फीसदी मरीजों में ही कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण देखे गए. जबकि मरने वालों का आंकड़ा 3 से 4 फीसदी है.

ये भी पढ़ेंः कोरोना वायरस को लेकर HRTC अलर्ट, बस अडडों पर शुरू किया सेनेटाइजेशन का काम

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