शिमला: राजधानी शिमला में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं. बंदरों के काटने के मामले आने के अलावा लोगों की मौत के मामले भी सामने आ रहे हैं. नगर निगम की मासिक बैठक में पार्षदों ने निगम के आयुक्त से शहर में बंदरों के आतंक से छुटकारा दिलाने की गुहार लगाई.
पार्षदों का कहना है कि शहर में बहुत ज्यादा बंदर आ गए हैं. बंदरों ने मॉल रोड रिज मैदान पर लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है. साथ ही वार्डों में भी लोगों पर झपट रहे हैं. इससे लोगों की गिर कर मौत हो रही है .पार्षदों ने मांग की कि शहर से बंदरों को जंगलों में छोड़ा जाए, ताकि बंदरों के आतंक से छुटकारा मिल सके.
पार्षद ने कहा कि शहर में बंदरों को मारने की अनुमति दी गई है, लेकिन लोग धार्मिक आस्था के चलते उन्हें नहीं मार पा रहे हैं. वहीं, वन विभाग ने मंकी वॉचर तैनात करने का दावा किया था, लेकिन वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. बंदर मॉल रोड और रिज मैदान पर पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोगों से खाने का सामान छीन रहे हैं और उन्हें काट भी रहे है.
वन विभाग के पास सैकड़ों शिकायतें बंदरों को लेकर जा रही है, लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. विभाग द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है. लेकिन जमीनी स्तर पर इस पर कोई अमल नहीं किया जाता.
वहीं, इस बार हाउस में शहरी मंत्री सुरेश भारद्वाज भी ऑनलाइन जुड़े थे. उन्होंने नगर निगम के आयुक्त को वन विभाग के अधिकारियों से बैठक करने को कहा और बंदरो की समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाने के निर्देश दिए.