शिमला: देश भर में कोरोना वायरस पर कोहराम मचा हुआ है, एक ओर जहां लोगों में इस जानलेवा बीमारी को लेकर दहशत का मौहाल है, वहीं दूसरी ओर इस महामारी पर राजनीति हो रही है. क्या लोकसभा तो क्या विधानसभा. केंद्र से लेकर हिमाचल प्रदेश की सियासत में भी कोराना वायरस अपना असर दिखा रहा है.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में भी विपक्ष कोरोना वायरस को लेकर सरकार को घेरने में कोई कमी नहीं छोड़ रही. वहीं, सरकार का बचाव करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद विपक्ष के आरोपों का जबाव दे रहे हैं.
विपक्ष ने सदन में सरकार पर कोरोना वायरस को लेकर गंभीर ना होने के आरोप लगाए हैं. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल की सरकार संवेदनहीन सरकार है. उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही को शुरू हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार ने सत्र के दौरान इस बात की जानकारी नहीं दी कि सरकार ने इस बीमारी से निपटने के लिए क्या तैयारियां की है.
मुकेश ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज पहुंचा, लेकिन काफी समय तक उसे एबुलेंस से नहीं उतारा गया. मुकेश ने कहा कि मौके पर लोगों ने कहा कि अस्पताल में बीमारी से निपटने के लिए कई तैयारी नहीं है. वहां मौजूद लोगों का कहना था कि संदिग्ध मरीज को बिलासपुर से सीधा पीजीआई या एम्स ले जाना चाहिए था.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह अन्तराष्ट्रीय मुद्दा है. 70 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस अपनी दस्तक दे चुका है. वहीं भारत में दस पॉजिटिव केस आ चुके हैं. जबकि हिमाचल सरकार के इस बीमारी से निपटने के लिए कोई पुख्ता प्रबंध नहीं है. मुकेश ने कहा कि हिमाचल एक टूरिस्ट स्टेट है, ऐसे में हिमाचल के पर्यटन पर इसका क्या असर पड़ेगा इस बात की जानकारी सरकार ने नहीं दी. मुकेश ने कहा कि देश के अन्य राज्यों में हवाई अड्डों पर अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन प्रदेश सरकार ने ऐतिहात के तौर पर कोई कदम नहीं उठाया है. मुकेश अग्निहोत्री ने मांग की है कि नियम 67 को लागु कर विधानसभा सत्र में इस जानलेवा बीमारी पर चर्चा की जानी चाहिए.
वहीं, सीएम जयराम ने कहा कि विपक्ष की तरफ से नियम 67 के अन्तर्गत कार्य स्थगन का नोटिस आया था. जयराम ने कहा कि विपक्ष की मांग से पहले ही सरकार की तरफ से विधानसभा अध्यक्ष को स्टेटमेंट देने की बात कही गई थी. सीएम ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे को गलत तरीके से रख कर प्रदेश में दहशत फैलाने का माहौल बना रहा है. सीएम ने कहा कि अगर विपक्ष को अपनी बात सदन में रखनी थी तो वह सहजता के साथ रख सकते थे. उन्होने खबर बनाने के लिए सदन से वॉक आउट कर दिया.
सीएम ने कहा कि अभी तक प्रदेश में कोरोना वायरस से संबंधित तीन मामले आए हैं. जिनमें से एक मामला आईजीएमसी और दो मामले टांडा मेडिकल कॉलेज का है. सीएम ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीम मामलों में दोनों पीड़िताएं इटली का दौरा कर आई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए लगभग सभी तैयारियां की गई हैं. ऐसे में विपक्ष द्वारा दिए जा रहे बयान गलत है. सीएम ने कहा कि प्रदेश के दोनों बड़े अस्पतालों में आइसोलेशन वॉड बनाए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में इस बीमारी से संबंधित पीड़ितों का इजाफा होता है, तो सरकार ने उससे निपटने के लिए भी प्रदेश के अन्य अस्पतालों का चयन किया है.
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि अभी तक प्रदेश में किसी भी मामले में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. तीनों ही मामलों की रिपोर्ट अभी आनी शेष है, ऐसे में विपक्ष की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर जो बयानबाजी की जा रही है उन्हे इस संबंध में थोड़ा सब्र करना चाहिए.
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