शिमला: प्रदेश में लगातार बढ़ रही कोरोना पॉजिटिव की संख्या को देखते हुए हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग जल्द ही नए दिशा निर्देश जारी कर सकता है, जिसके अनुसार कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं है या 10 प्रतिशत से कम लक्षण हैं, ऐसे व्यक्ति को घर पर ही आइसोलेशन में रखा जा सकता है.
अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य सचिव आरडी धीमान ने कहा कि प्रदेश सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जिनमें कोई लक्षण नहीं है और इन लोगों को कोई गंभीर बीमारी नहीं है, उन्हें होम आइसोलेशन पर भेजने पर विचार किया जा रहा है.इस बारे में प्रदेश सरकार जल्द ही दिशा निर्देश तय करेगी.
होम आइसोलेशन पर भेजने से पहले कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की अपनी इच्छा होनी चाहिए. साथ ही व्यक्ति के पास उचित अकोमोडेशन होनी चाहिए, जिसमें कमरे के साथ अटैच बाथरूम की सुविधा हो और व्यक्ति परिवार से बिना संपर्क में आए बिना रह सके.
आरडी धीमान ने कहा कि प्रदेश में अधिकतर कोरोना पॉजिटिव बिना किसी लक्षणों के हैं और ऐसे व्यक्ति 10 या 12 दिनों में ठीक भी हो जाते हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार होम आइसोलेशन पर विचार कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार अब कोरोना पॉजिटिव का टेस्ट 10 दिनों बाद किया जाता है. दूसरा टेस्ट उसके 24 घंटे बाद किया जाता है.
इसके बाद अगले टेस्ट में मरीज नेगेटिव आता है तो उसे घर भेजा जा सकता है, लेकिन पहले की व्यवस्था के अनुसार कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति का पहला टेस्ट 15 दिनों बाद किया जाता था और दूसरा टेस्ट 24 घंटे बाद किया जाता था.
देश में कोरोना के अधिकतर मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए जा रहे हैं और ऐसे व्यक्ति बहुत ही जल्द ठीक हो जाते हैं इसलिए केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है कि 10 दिन के बाद ही कोरोना पॉजिटिव का पहला टेस्ट किया जाए.