शिमला: कोरोना काल में जहां सभी परेशान हैं. वहीं, माताओं की भी चिंता है कि क्या कोरोना संक्रमित होने पर बच्चे को दूध पिलाना चाहिए या नहीं. ऐसे में एनएचएम के एमडी निपुण जिंदल ने कहा कि राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय जन स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड-19 से संक्रमित या संदिग्ध धात्री माताएं सभी सावधानियां बरतते हुए नवजात शिशुओं व छोटे बच्चों को दूध पिला सकती हैं.
निपुण जिंदल ने कहा कि ऐसी माताएं प्रसव के एक घंटे के भीतर बच्चों को दूध पिला सकती हैं. विशेषकर नवजात शिशुओं को 6 माह के लिए मां का दूध पिलाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसी माताओं को पर्याप्त बचाव उपायों का पालन करना चाहिए.
बरतें ये जरूरी सावधानियां
बच्चे को स्तनपान करवााने से पहले कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी जरूरी हैं. दूध पिलाने से पहले ट्रिप्पल लेयर मास्क पहनना, बच्चे को दूध पिलाने से पहले कम से कम 40 सेकेंड तक साबुन से हाथ धोना या कम से कम 20 सेकेंड तक सेनिटाइजर से हाथ साफ करना शामिल हैं. गौरतलब है कि संक्रमित महिलाएं ऐसे दुविधा में थी कि कहीं उनके दूध पिलाने से बच्चा में तो संक्रिमित नहीं हो जाएगा, लेकिन अब स्वास्थ्यय विभाग ने इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिए है.