शिमला: देश के अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी कोरोना के मामले लगातर बढ़ रहे हैं. संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने कोरोना कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. इस कोरोना कर्फ्यू का असर हर वर्ग पर पड़ रहा है. जरूरी वस्तुओं की दुकानें तीन घंटे के लिए ही खोलने की छूट दी गई है. इसके बाद लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे में करोबार पर भी असर पड़ रहा है.
कोरोना कर्फ्यू से कम हुआ अंडा और चिकन व्यापार
पॉल्ट्री उद्योग पर कोरोना कर्फ्यू का काफी असर पड़ा है. कर्फ्यू के चलते होटल और ढाबे बंद हैं, इससे चिकन और अंडों की मांग काफी कम हो गई है. राजधानी में चिकन का कारोबार 20 फीसदी तक रह गया है. कारोबारियों को अपने कर्मियों का वेतन देना भी मुश्किल हो गया है. चिकन कारोबारियों का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू के चलते चिकन और अंडों की मांग काफी कम हो गई है. शहर के सभी होटल बंद हैं और पर्यटक भी नहीं आ रहे. ऐसे में चिकन का कारोबार काफी प्रभावित हुआ है. चिकन की ज्यादातर सप्लाई होटलों में जाती थी, लेकिन होटल तकरीबन सभी बंद पड़े हैं.
3 दिन में 20 फीसदी हुआ अंडे और चिकन का कारोबार
अंडे और चिकन खरीदने के लिए लोग भी बहुत कम पहुंच रहे हैं. उनका कहना है कि पिछले 3 दिन में कारोबार 20 फीसदी तक पहुंच गया है. काम प्रभावित होने से कर्मियों का वेतन निकलना मुश्किल हो गया है, लेकिन अभी किसी कर्मी को निकाला नहीं गया है. बता दें कि प्रदेश में भी कई लोग पॉल्ट्री उद्योगों से जुड़े हैं और इससे ही अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. कोरोना के चलते इस कारोबार पर काफी असर पड़ा है.
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