शिमला: प्रदेश में कोरोना के बढ़ते ग्राफ के बाद पूरे देश में ऑक्सीजन की कमी हो रही है. प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सा ऑक्सीजन की निगरानी और भंडारण के लिए ऑक्सीजन नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. साथ ही नियंत्रण कक्ष ऑक्सीजन की कमी होने पर शीघ्र ही इसकी आपूर्ति सुनिश्चित करेगी. यह सुनिश्चित करने के लिए वास्तविक समय के आधार पर आईटी आधारित एप्लिकेशन के माध्यम से सम्पूर्ण राज्य में सभी कोविड समर्पित संस्थानों में ऑक्सीजन स्थिति की निगरानी की जाएगी.
निगरानी के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित
नियंत्रण कक्ष में एमडी एचपीएसईडीसी अरिंदम चौधरी, जीएम एचपी केवीएन सनी शर्मा, संयुक्त निदेशक आयुर्वेद राखी और स्वास्थ्य विभाग के उप-निदेशक डॉ. जितेन्द्र चैहान नोडल अधिकारी के तौर पर कार्यरत होंगे. नियंत्रण कक्ष में लैंडलाइन नंबर 0177-2623507 पर सम्पर्क किया जा सकता है.
ऑक्सीजन ना मिलने पर कर सकते हैं शिकायत
भारत सरकार ने प्रदेश के लिए 6 और नए पीएसए प्लांट स्वीकृत किए हैं. यह प्लांट एक हजार 1000 लीटर प्रति मिनट क्षमता के हैं और इन्हें डीआरडीओ के सहयोग से स्थापित किया जाएगा. सरकार ने मीडिया कर्मियों और न्यायिक अधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के रूप में शामिल करने का निर्णय लिया है.
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