शिमला: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को शिमला में (PM Modi in shimla) थे. केंद्र सरकार में सत्ता के आठ साल पूरा होने के अवसर पर शिमला के रिज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर का (PM Modi on Kashi Vishwanath Temple) जिक्र किया. पीएम मोदी बनारस के सांसद हैं और इन दिनों बनारस में ज्ञानवापी परिसर का मामला चर्चा में है. पीएम मोदी ने केंद्र सरकार के आठ साल के कार्यकाल पूरा होने पर अपने संबोधन में काशी विश्वनाथ मंदिर का हिमाचल के कनेक्शन सांझा किया.
उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर में सर्दियों के दौरान पुजारी और सुरक्षा कर्मी हिमाचल के कुल्लू में बनी पूलें पहनते हैं. यहां बता दें कि पूलें पांव में पहनी जाती हैं. पूलें भांग के रेशों से बनती हैं और उन्हें पवित्र माना जाता है. पूलें पहनकर पवित्र स्थानों में प्रवेश किया जा सकता है. सर्दियों में फर्श ठंडा होने के कारण नंगे पांव चलना कष्टकर होता है. ऐसे में भांग के रेशों से बनी पूलें पांव में पहनने पर पांव गर्म रहते हैं और नंगे फर्श पर आसानी से चला जा सकता है.
काशी विश्वनाथ परिसर (Connection of Himachal and Kashi Vishwanath Temple) में बाबा विश्वनाथ की सेवा-अर्चना में तैनात पुजारी अब कुल्लू में बनी पूलों को पहनते हैं. यही नहीं, सुरक्षा कर्मचारी भी इन्हीं पूलों का प्रयोग करते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बनारस का सांसद होने के नाते वे कुल्लू की पूलों की भेंट के लिए हिमाचल को धन्यवाद कहना चाहते हैं.
चंबा के मेटल वर्क और कांगड़ा पेंटिंग को भी किया याद: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंच से हिमाचल की जमकर तारीफ की. उन्होंने हिमाचल के चंबा जिला के मेटल वर्क को सराहा. उल्लेखनीय है कि चंबा की ब्रास प्लेट पर कारीगरी दुनिया भर में मशहूर है. इसके अलावा पीएम मोदी ने कांगड़ा मिनिएचर पेंटिंग की खूबियों को भी याद किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल की ऐसी कलाकारी वाले उत्पाद खरीदने और देखने के लिए देश-दुनिया के सैलानी आते हैं. पीएम ने कहा कि हिमाचल की ये कलाकारी पूरी दुनिया में पहुंचे, इसके लिए केंद्र सरकार काम कर रही है.