शिमला: हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन हुई धक्का-मुक्की के बाद कांग्रेस के 5 विधायक निलंबित किए गए थे. कांग्रेस विधायकों का निलंबन वापस लिया गया है. अब कांग्रेस विधायक से मिलने राज्यपाल के पास राजभवन मिलने जाएंगे.
कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही संवैधानिक पद पर बैठे राज्यपाल का हमेशा से आदर करती आई है. 26 फरवरी को मंत्रियों और उपाध्यक्ष द्वारा धक्कामुक्की की गई और कांग्रेस के विधायक उनकी गाड़ी के सामने आ गए थे. कांग्रेस ने राज्यपाल घेराव नहीं किया था.
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किसी एक दल के नहीं होते राज्यपालः सुक्खू
सुक्खू ने कहा कि राज्यपाल किसी एक दल के नहीं होते, बल्कि वे सभी के राज्यपाल हैं. ऐसे में कांग्रेस विधायक उनसे मिलने जाएंगे और उनसे प्रदेश में विकास के मुद्दों पर चर्चा भी करेगी. उन्होंने कहा कि इसे लेकर कांग्रेस विधायकों से बात हुई है और जल्द ही उनसे मिलने कांग्रेस के विधायक जाएंगे.
सुक्खू से जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस विधानसभा में हुई घटना को लेकर खेद जताएगी, तो उन्होंने कहा कि 26 फरवरी को जो हुआ वो सरकार की नाकामी से हुआ है. इसके लिए सरकार को माफी मांगनी चाहिए. विपक्ष के विधायकों द्वारा किसी तरह का अनादर नहीं किया था.
राज्यपाल के अभिभाषण पूरा न पढ़ने हुआ था हंगामा
बजट सत्र के पहले दिन ही राज्यपाल के अभिभाषण पूरा न पढ़ने पर विपक्ष ने सदन में विरोध जताया था. इसके बाद विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए थे. इस दौरान धक्का-मुक्की भी हुई और विपक्ष के विधायक राज्यपाल की गाड़ी के सामने भी आ गए थे, जिसके बाद 5 कांग्रेस के विधायक निलंबित किए गए थे. अब निलंबन वापस हो चुका है. ऐसे में अब कांग्रेस विधायक भी राज्यपाल से मिलने जाएंगे.
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