शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की मांग पर कोरोना के चलते हिमाचल में दो साल के निलंबित की गई विधायक निधि को सरकार ने बहाल कर दिया गया है. अब विधायकों को 50-50 लाख जारी किए जाएंगे. विपक्ष भी काफी समय से विधायक निधि बहाल करने की मांग कर रहा था.
सरकार द्वारा विधायक निधि को बहाल करने पर कांग्रेस के विधायक सुखविंदर सिंह ने इसे ऊंट के मुंह मे जीरा करार दिया है. उन्होंने कहा कि विधायक विकास निधि से ही अपने विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्य करवाए जाते थे और लोगों को भी काफी उम्मीदें होती हैं कि उनके क्षेत्र में विकास कार्य हो सकें, लेकिन सरकार ने कोरोना का बहाना बना कर विधायक निधि पर रोक लगा दी थी.
जबकि सरकार नए बोर्ड अध्यक्ष बना रही है और गाड़ियां खरीदी जा रही हैं. जिसके चलते विपक्ष विधायक विकास निधि को बहाल करने की मांग कर रहा था. सरकार ने 50 लाख ही जारी करने की बात कही, जबकि पौने दो करोड़ विकास निधि है. 50 लाख तो ऊंट के मुंह में जीरा जैसा है.
बता दें कोरोना को देखते हुए सरकार ने दो साल के लिए विधायक निधि को दो साल के लिए रोक दिया गया था. जिसके चलते विधायक अपने क्षेत्रों में कार्य नहीं करवा पा रहे थे. वहीं, अब सरकार ने अक्टूबर के बाद 25 लाख विधायक जारी करने और 25 लाख पंचायत चुनावों के बाद जारी की जाएगी.
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