शिमला: क्या सुख की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है? कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी पर क्या कांग्रेस के सीनियर लीडर्स का सब्र टूट रहा है? दरअसल, हमीरपुर से प्रभावशाली कांग्रेस नेता राजिंद्र राणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट डाली है. बड़ी बात है कि इस पोस्ट पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने भी परोक्ष रूप से एक गहरा कमेंट किया है. संकेतों से भरी इस पोस्ट को लेकर हिमाचल में कांग्रेस सरकार व संगठन के बीच चल रहे अंतर्विरोध को उजागर किया है.
राजिंद्र राणा को मंत्रिमंडल विस्तार का इंतजार: राजिंद्र राणा दूसरी बार विधायक बने हैं. सुजानपुर से उन्होंने पहले चुनाव में प्रेम कुमार धूमल को हराया था. बेशक 2017 के चुनाव में प्रेम कुमार धूमल सीएम फेस थे और उन्होंने भाजपा को जीत भी दिलाई, लेकिन वे खुद अपना चुनाव हार गए. इस तरह जयराम ठाकुर सीएम बने. कहा जा सकता है कि राजिंद्र राणा ने प्रेम कुमार धूमल को सुजानपुर में सियासी धूल चटाई और फिर 2022 का चुनाव भी जीत गए. ऐसे में वे कैबिनेट मंत्री के पद के सशक्त उम्मीदवार थे. आरंभ में उन्होंने कैबिनेट मंत्री की कुर्सी के लिए प्रयास भी किए, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार अभी तक लटका हुआ है.
राजिंद्र राणा का सोशल मीडिया पर छलका दर्द: सरकार बने करीब नौ महीने होने जा रहे हैं, लेकिन कैबिनेट विस्तार की प्रसव पीड़ा लंबी खिंच रही है. ऐसे में राजिंद्र राणा हताश नजर आ रहे हैं. अब उन्होंने फेसबुक पर एक ऐसी पोस्ट डाली, जिसके कई अर्थ निकल रहे हैं. पोस्ट में महाभारत, सुकून के लिए विवादों से दूरी जरूरी जैसे शब्द आए हैं. आइए देखते हैं कि पोस्ट में क्या लिखा है और उसका क्या परोक्ष अर्थ निकल रहा है.
"जो विवादों से दूर रहते हैं, वही दिलों पर राज करते हैं
जो विवादों में उलझ जाते हैं, वे अकसर दिलों से भी उतर जाते हैं
महाभारत का प्रसंग देखिए-पांडवों ने सिर्फ पांच गांव ही तो मांगे थे और दुर्योधन ने सुई की नोक के बराबर भी जमीन देने से इनकार कर दिया था.
एक जिद ने महाभारत रच दिया
सुकून भरी जिंदगी के लिए विवादों से दूरी, है बेहद जरूरी"
वहीं, इस पर धर्मशाला के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रह चुके सुधीर शर्मा ने कमेंट किया है-
तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान
भीलां लूटी गोपियां, वही अर्जुन वही बाण।
इस पोस्ट को 1300 लोगों ने लाइक किया है और अब तक 502 कमेंट आ चुके हैं. इसके अलावा 58 यूजर्स ने इस पोस्ट को शेयर भी किया है.
राजिंद्र राणा की पोस्ट में महाभारत का संकेत: अब अगर राजिंद्र राणा की पोस्ट की शब्दावली देखें तो पता चलता है कि उन्होंने न केवल महाभारत का संकेत दिया है, बल्कि उस संकेत को डायल्यूट करते हुए सुकून भरी जिंदगी को विवादों से दूरी जरूरी जैसे शब्द भी हैं. इस पोस्ट में दर्ज है कि पांडवों ने सिर्फ पांच ही गांव मांगे थे. इसे कैबिनेट मंत्री के पद की मांग से जोड़ा जा सकता है. वहीं, सुधीर शर्मा का कमेंट दर्शाता है कि वे समय को बलवान कह रहे हैं. यानी समय इस समय सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ है तो वे इस सत्य को स्वीकार कर रहे हैं. साथ ही कह रहे हैं कि इंसान बड़ा नहीं होता, लेकिन समय बलवान है. पोस्ट पर कई रोचक कमेंट भी आए हैं. कुछ यूजर्स ने सरकार की तरफ से युवाओं को दिए जा रहे धोखे का जिक्र है. कुछ ने राजिंद्र राणा की तारीफ में कसीदे पढ़े हैं.
पोस्ट पर कई नेता और युजर्स कर रहे कमेंट: ये पोस्ट बुधवार को दिन में डाली गई है. तभी से ये पोस्ट चर्चा में है. लेखक और पूर्व जनसंपर्क अधिकारी गुरमीत बेदी ने अपने कमेंट में लिखा है कि पोस्ट सांकेतिक है, लेकिन गहरी है. वहीं, सुधीर शर्मा के कमेंट के जवाब में समर्थक लिख रहे हैं कि वो उनके साथ हैं. एक सामान्य यूजर ने कमेंट किया है कि जैसे सुधीर शर्मा घुटन महसूस कर रहे हैं, वैसे ही बेरोजगार युवा भी घुटन में हैं. अंकुश गुलेरिया ने तो यहां तक कमेंट किया है कि राजिंद्र राणा व सुधीर शर्मा का भाजपा में स्वागत है. फिलहाल, राजिंद्र राणा की इस पोस्ट ने सुख की सरकार में चल रहे दुख को उजागर किया है. देखना है कि ये नाराजगी आगे चल कर क्या रूप लेती है.
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