शिमला: कोरोना काल में विधायकों की गाड़ियों पर झंडियों को लगाने के सरकार के फैसले का विरोध शुरू हो गया है. कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह ने प्रदेश सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं और अपनी गाड़ी पर किसी तरह की झंडी न लगाने की बात कही है.
अनिरूद्ध सिंह ने कहा कि कोरोना काल में एक तरफ लोग मर रहे हैं, दूसरी तरफ विधायकों की सुख सुविधा बढ़ा रही है यह पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि जब तक वह विधायक है कभी भी अपनी गाड़ी पर झंडी नहीं लगाएंगे. अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि अपनी गाड़ी पर कभी लाल बत्ती भी नहीं लगाई. न ही कांग्रेस के किसी विधायक ने झंडी व बत्तियों की मांग सरकार से की.
'जन सेवक हैं तो हर व्यक्ति आपको जानता है'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के कुछ विधायकों की तरफ से ही यह मांग आई है. जिसे सरकार ने कैबिनेट में ले जाकर निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि आप जन सेवक हैं तो हर व्यक्ति आपको जानता है. उन्होंने कहा कि झंडी और बत्ती लगाने से कोई विधायक नहीं बनेगा.
'अगली बार झंडी तो दूर गाड़ी लायक भी नहीं रहेंगे'
उन्होंने कहा कि जो लोग झंडी लगाने की मांग कर रहे हैं वह अगली बार झंडी तो दूर गाड़ी लायक भी नहीं रहेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना काल लोगों को कैसे बेहतर इलाज मिले इस तरफ ध्यान देना चाहिए, न कि विधायकों की सुख सुविधा को बढ़ाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब कोर्ट ने लाल बत्ती लगाने पर रोक लगाई ऐसे में यह एजेंडा आना ही नहीं चाहिए था.
कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि कोर्ट ने लाल बत्तियों पर प्रतिबंध लगया है. ऐसे में झंडी का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि ओकओवर में बैठकर काम नहीं चलने वाला.
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