शिमला: पूर्व कांग्रेस मंत्री व AIC सचिव सुधीर शर्मा ने जयराम सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर कांगड़ा जिला में विकास कार्यों को लेकर सरकार पर भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं. सुधीर शर्मा ने कहा कि ढीली प्रशासनिक पकड़ के चलते प्रदेश आगे जाने के बजाए पीछे चला गया है और ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाली सरकारों का काम करना मुश्किल हो जाएगा.
सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है और विकास कार्यों पर प्रदेश में पूर्ण विराम लग चुका है. कांगड़ा में जो कार्य कांग्रेस सरकार में शुरू किए गए थे, उन पर इस सरकार में कोई काम नहीं हो रहा है. इस सरकार में केवल सरकार के लोगों का ही विकास हो रहा है. आम जनता का कोई काम नहीं हो रहा.
सुधीर शर्मा ने कहा कि गग्गल एयरपोर्ट, केंद्रीय विश्वविद्यालय, मिड डे हिमालय प्रोजेक्ट शिफ्ट किया गया और एडीबी ने फंडिंग पर रोक लगा दी है. सरकार इसका पैसा तक खर्च नहीं कर पाई. कांगड़ा में बीजेपी में अंतर्कलह सामने आ रही है. कांगड़ा सबसे बड़ा जिला है, लेकिन एक ही मंत्री है, जिससे विकास के काम जो होने चाहिए वह भी नहीं हो रहे हैं.
AIC सचीव ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है. सरकार इस महामारी में व्यवस्थाओं को नहीं संभाल पाई है. सरकार कैबिनेट में जो फैसले लेती है और डीसी पर थोप दिया जाता है और डीसी एसडीएम पर छोड़ देते हैं. सरकार कोरोना पॉजिटिव मरीजों को खाना तक नहीं खिला पाए हैं.
वहीं, सुधीर शर्मा ने स्वास्थय विभाग में कथीत घोटाले को लेकर भी निशाना साधा और कहा कि कोविड फंड में लोगों के दान दिए हुए पैसे से भी भ्रष्टाचार हुआ है और बीजेपी के अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया है.
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