शिमला: हिमाचल विधानसभा का मानसून सत्र सात सितंबर से शुरू हो रहा है. मानसून सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है. विपक्ष स्वास्थ्य विभग में हुए घोटालों, मंत्री पर लगे बेनामी संपत्ति के आरोपों और कोविड काल में बेरोजगार हुए युवाओं को रोजगार देने को लेकर सरकार से सवाल करेगा.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष पहले से ही सत्र बुलाने की मांग कर रहा था. इस बार कई अहम मुद्दे हैं, जिन्हें सदन में प्रमुखता से उठाया जाएगा. जिसमें कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को प्रमुखता से उठाया जाएगा.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोरोना काल में पीपीई किट, सेनिटाइजर खरीद में घोटाला हुआ है. इसकी जांच विजिलेंस से करवाई जा रही है. जहां इसमें लीपा-पोती कर क्लीन चिट देने की तैयारी है, लेकिन ऐसा होने नहीं दिया जाएगा.
एक मंत्री पर बेनामी संपत्ति के आरोप लगे हैं और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अब सामने आ कर ये बताना चाहिए कि ये जांच क्यों हो रही है और अब तक जांच में क्या पाया गया है. इसके अलावा कोविड के दौरान लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं. युवाओं की नौकरी गई है, सरकार ने इसके लिए क्या प्रयास किए हैं, इसको लेकर सरकार से सवाल किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में पूरी तरह से विफल हो गई है. ऐसे कई एहम मुद्दे हैं, जिन पर सदन में चर्चा होना जरूरी है.
मुकेश अग्निहोत्री ने साफ कहा कि दस दिन का ही सत्र होगा इसके सरकार कटौती करने की सोचे भी ना. पहले ही बजट सत्र में कम दिन सत्र चला है और 20 सिटिंग होनी है, जिसमें दस सिटिंग अभी हो रही है. सरकार मानसून सत्र के दौरान ऐहतियात बरते और जितना सत्र तह हुआ है, उसे उतने दिन तक चलाया जाए.
पढ़ें:अब दिल्ली से भुंतर के बीच शुरू होंगी हवाई उड़ानें, 7 सितंबर से 24 अक्टूबर का शेड्यूल तैयार