शिमला: रविवार रात को शिमला में युवती से हुए दुष्कर्म मामले को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस का आरोप है कि प्रदेश सरकार इस मामले को दबाने के लिए पीड़िता पर दबाव बना रही है.
प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि इस मामले की जांच हाईकोर्ट के जज की निगरानी में की जाए और पीड़िता को सुरक्षा दी जाए. कांग्रेस का कहना है कि तीन दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों को नहीं पकड़ा गया है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र कवंर ने कहा कि इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी सरकार गहरी नींद में सोई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक रात के लिए शिमला आते हैं, फिर सुबह होते ही चुनावी प्रचार में जुट गए हैं. जबकि उन्हें इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए था.
नरेंद्र कवंर का कहना है कि पीड़िता पहले लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में मामला दर्ज करवाने गई थी और उसी समय पुलिस मामला दर्ज करती तो पीड़िता के साथ ये घिनौनी हरकत नहीं होती. सरकार द्वारा अभी तक इन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई तक नहीं की है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि रविवार रात को राह चलते एक युवक को युवती भट्टा कुफर रोड पर अर्धनग्न हालत में मिली थी, जिसके बाद युवक ने इसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाया.
ये भी बताया जा रहा है कि पीड़िता ने शिमला की लक्कड़ बाजार चौकी में छेड़छाड़ के मामले में आरोपियों की शिकायत दर्ज करवाने भी पहुंची थी, लेकिन वहां से उसे ये कहकर वापस भेज दिया गया कि उसका थाना क्षेत्र ढली आता है.
इस दौरान जब युवती वापस जा रही थी तो आरोपी ने उसका अपहरण कर कार में बिठा लिया और वारदात को अंजाम दिया. मेडिकल करवाने के बाद पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई है. चुनाव के समय कड़ी सुरक्षा के दावों के बीच राजधानी की सड़कों पर चलती कार में दुष्कर्म के मामले ने कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.
पीड़िता ने पुलिस को बयान दिया है कि उसके साथ एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया है. जिसे वह जानती तो नहीं है, लेकिन सामने आने पर पहचान सकती है.