रामपुर/आनीः विकास खंड आनी की कुंगश पंचायत में विकास कार्यों में करोड़ों की धांधली की शिकायत को लेकर उचित कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर शिकायतकर्ताओं में रोष है. सोमवार को आनी में एक प्रेस वार्ता कर शिकायतकर्ताओं ने अपना विरोध जताया.
शिकायतकर्ता बहादुर सिंह, मीना राम, डॉ. गोपाल ठाकुर, चिरंजी लाल और दूनी चंद ठाकुर ने आरोप लगाया है कि पंचायत प्रतिनिधि और उनके रिश्तेदार राजनीतिक पहुंच का फायदा उठा कर जांच को प्रभावित कर रहे हैं.
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि कुंगश पंचायत में साल 2016 से 2019-20 के दौरान विकास कार्यों में एमपी, एमएलए, बीएएसपी, मनरेगा, 14वें वित्तायोग सहित सभी मद्दों से आये फण्ड में लाखों की धांधली हुई है. इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सेवा संकल्प के 1100 नम्बर पर और सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को की गई थी.
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि इस मामले दो महीने बीत जाने के बाद भी अब तक जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. उनका कहना है कि सतर्कता विभाग से भी जुलाई माह में डीसी कुल्लू को पत्र के माध्यम से शिकायत पर 45 दिनों के अंदर कार्रवाई करने और सरकारी धन के दुरुपयोग को लेकर थाना में एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है, लेकिन हैरानी है कि सतर्कता विभाग को भेजी शिकायत पर डीसी कुल्लू की ओर से क्या कार्रवाई हुई, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है.
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि कुंगश पंचायत में महिला प्रधान के पति वर्तमान में प्रदेश भाजपा के कदावर नेताओं में से एक हैं और वर्तमान में एपीएमसी के अध्यक्ष पद पर आसीन हैं. जो अपनी पहुंच से जांच को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में शिकायतकर्ताओं ने उनसे नैतिकता के आधार पर पदभार से इस्तीफा देने की मांग की.
वहीं, बीडीओ आनी जीसी पाठक का कहना है को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना के 1100 नम्बर पर शिकायत को लेकर उन्होंने जांच कमेटी गठित कर जांच शुरू कर दी है. जबकि सतर्कता विभाग को लिखी चिट्ठी की जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि जांच निष्पक्ष ढंग से की जा रही है और जो भी रिपोर्ट होगी, वह तैयार की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.
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