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प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में स्टेट कोटा कम करने, मनमानी फीस वसूलने की जांच करेगी कमेटी, रोहित ठाकुर ने किया सदन में ऐलान

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विधानसभा सदन में आज ऐलान किया कि हिमाचल प्रदेश सरकार निजी मेडिकल कॉलेज में स्टेट कोटा कम करने, मनमाना शुल्क वसूलने के मामले की जांच के लिए सरकार शिक्षा सचिव की अगुवाई में एक कमेटी गठित करेगी. पढ़ें पूरी खबर... (Education Minister Rohit Thakur).

Education Minister Rohit Thakur
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 25, 2023, 7:07 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार निजी मेडिकल कॉलेज में स्टेट कोटा कम करने, मनमाना शुल्क वसूलने के मामले की जांच के लिए सरकार शिक्षा सचिव की अगुवाई में एक कमेटी गठित करेगी. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विधानसभा सदन में आज इसका ऐलान किया. घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी ने एमएमयू कुमारहट्टी में स्टेट कोटा कम करने सहित मनमानी फीस वसूलने का मामला सदन में उठाया था.

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि राजेश धर्माणी की ओर से सदन में सोलन जिले में निजी मेडिकल कॉलेज में अनियमितता की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि राज्य कोटे की सीटें 50 फीसदी पहले थी जो कि अब कम की गई है. उन्होंने कहा कि शुल्क में भी निश्चित तौर पर अंतर है. राज्य कोटे की सीटों की फीस 50.82 लाख और मैनेजमेंट कोटे की फीस 93 लाख 200 रुपए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन आयुर्वेदिक कॉलेज है.

रोहित ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास रहेगा कि निर्धारित फीस में जो अंतर देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार यह देखेगी कि फीस में जो काफी अंतर है, उसको कैसे संतुलित किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित करेगी. उन्होंने कहा कि यह कमेटी टयूशन फीस, बिल्डिंग फंड या हॉस्टल फीस या अन्य शुल्क जो अलग अलग लिए जा रहे हे, उनको वह देखेगी. कमेटी यह भी देखेगी कि स्टेट कोटा क्यों कम किया गया है और इसको लेकर कोई कानूनी अड़चन होगी तो उसका भी पता लगाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि छात्रों को रिफंड क्यों नहीं मिल रहा है, कमेटी यह भी देखेगी, ताकि छात्रों का शोषण न हो. शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक अहम विषय है कि जहां पर मेडिकल यूनिवर्सिटी बनी है, वहां की साइट का प्रॉपर जियोलाजिकल सर्वे हो ताकि आने वाले समय में कोई अप्रिय घटना न हो. इसको भी देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने काला अंब में एक निजी संस्थान में अनियमितता की बात लाई है, उसकी जांच की जाएगी और उस पर भी कार्रवाई होगी.

इससे पहले राजेश धर्माणी ने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेज में छात्रों से मनमानी फीस व अन्य शुल्कों का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि छात्रों से हास्टल व मैस शुल्क भी मनमाने तरीके से वसूले जा रहे हैं और बच्चों को इसके अनुरूप खाना नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों में हर साल 10 फीसदी बढ़ोतरी की जाती है. उन्होंने निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों को लेकर भी सवाल उठाए. विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने काला अंब में एक निजी संस्थान में जेएनएम की बच्चों का मामला उठाया.

ये भी पढ़ें- BJP Protest Shimla: शिमला में BJP कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प, MLA डॉक्टर जनकराज के सिर पर लगा पुलिस का डंडा

शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार निजी मेडिकल कॉलेज में स्टेट कोटा कम करने, मनमाना शुल्क वसूलने के मामले की जांच के लिए सरकार शिक्षा सचिव की अगुवाई में एक कमेटी गठित करेगी. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने विधानसभा सदन में आज इसका ऐलान किया. घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी ने एमएमयू कुमारहट्टी में स्टेट कोटा कम करने सहित मनमानी फीस वसूलने का मामला सदन में उठाया था.

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि राजेश धर्माणी की ओर से सदन में सोलन जिले में निजी मेडिकल कॉलेज में अनियमितता की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि राज्य कोटे की सीटें 50 फीसदी पहले थी जो कि अब कम की गई है. उन्होंने कहा कि शुल्क में भी निश्चित तौर पर अंतर है. राज्य कोटे की सीटों की फीस 50.82 लाख और मैनेजमेंट कोटे की फीस 93 लाख 200 रुपए हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन आयुर्वेदिक कॉलेज है.

रोहित ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास रहेगा कि निर्धारित फीस में जो अंतर देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार यह देखेगी कि फीस में जो काफी अंतर है, उसको कैसे संतुलित किया जाए. उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित करेगी. उन्होंने कहा कि यह कमेटी टयूशन फीस, बिल्डिंग फंड या हॉस्टल फीस या अन्य शुल्क जो अलग अलग लिए जा रहे हे, उनको वह देखेगी. कमेटी यह भी देखेगी कि स्टेट कोटा क्यों कम किया गया है और इसको लेकर कोई कानूनी अड़चन होगी तो उसका भी पता लगाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि छात्रों को रिफंड क्यों नहीं मिल रहा है, कमेटी यह भी देखेगी, ताकि छात्रों का शोषण न हो. शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक अहम विषय है कि जहां पर मेडिकल यूनिवर्सिटी बनी है, वहां की साइट का प्रॉपर जियोलाजिकल सर्वे हो ताकि आने वाले समय में कोई अप्रिय घटना न हो. इसको भी देखा जाएगा. उन्होंने कहा कि विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने काला अंब में एक निजी संस्थान में अनियमितता की बात लाई है, उसकी जांच की जाएगी और उस पर भी कार्रवाई होगी.

इससे पहले राजेश धर्माणी ने कहा कि निजी मेडिकल कॉलेज में छात्रों से मनमानी फीस व अन्य शुल्कों का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि छात्रों से हास्टल व मैस शुल्क भी मनमाने तरीके से वसूले जा रहे हैं और बच्चों को इसके अनुरूप खाना नहीं मिलता है. उन्होंने कहा कि निजी संस्थानों में हर साल 10 फीसदी बढ़ोतरी की जाती है. उन्होंने निजी आयुर्वेदिक कॉलेजों को लेकर भी सवाल उठाए. विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने काला अंब में एक निजी संस्थान में जेएनएम की बच्चों का मामला उठाया.

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