शिमला: प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स कर रहे छात्रों के लिए राहत भरी खबर है. छात्रों को प्रोफेशनल कोर्स के बाद अच्छी और बड़ी कंपनियों की प्लेसमेंट करवाना कॉलेज की जिम्मेदारी होगी. उच्च शिक्षा विभाग ने छात्रों को प्लेसमेंट दिलवाने के लिए सरकारी महाविद्यालयों को निर्देश जारी किए हैें.
उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से महाविद्यालयों को नोटिस जारी कर यह निर्देश दिए हैं. प्रोफेशनल कोर्स खत्म होने के बाद महाविद्यालयों को छात्रों की डिग्री के साथ ही जिस कंपनी में छात्र को नियुक्ति दी जा रही है उसका अपॉइंटमेंट लेटर भी देना होगा. शिक्षा निदेशक ने कॉलेजों को स्पष्ट कर दिया है कि कितने छात्रों को डिग्री पूरी होने के बाद प्लेसमेंट दी गई है, इसका सार रिकॉर्ड शिक्षा विभाग महाविद्यालयों से तलब करेगा.
बता दें कि जिन सरकारी महाविद्यावलयों में प्रोफेशनल कोर्स छात्रों के लिए चलाए जा रहे हैं, उन्हें छात्रों को प्लेसमेंट देने के साथ ही यह जानकारी भी शिक्षा विभाग को देनी होगी कि हर साल इन प्रोफेशनल कोर्स में कितने छात्र पढ़ रहे हैं. छात्रों को प्लेसमेंट दिलवाने के लिए बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ टाईअप भी करना होगा. छात्रों को रोजगार मेलों में कॉलेज की तरफ से भेजा जाएगा, जिससे छात्रों को प्लेसमेंट के बेहतर विकल्प मिल सके.
महाविद्यालयों में छात्रों को दी जाने वाली इस प्लेसमेंट पर शिक्षा विभाग का अपना प्लेसमेंट सेल भी नजर रखेगा. इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि छात्रों को कोर्स के बीच में ही बड़ी कंपनियों में काम करने का मौका दिया जाए. जिससे कि छात्रों की ट्रेनिंग भी होगी और उन्हें प्रैक्टिकल रूप से भी काम करने का मौका मिलेगा.
उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने बताया है कि प्रदेश में हर साल प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़ गई है. छात्र प्रोफेशनल कोर्स में प्रवेश ले रहे हैं, ऐसे में शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रोफेशनल कोर्स में छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर दिए जा सके. इसके लिए महाविद्यालयों को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वह बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ टाईअप करने के साथ ही छात्रों को रोजगार मेलों में भी भाग दिलवाए जिससे कि छात्रों को डिग्री पूरी होने के साथ ही रोजगार के अवसर मिल सके.
डॉ. अमरजीत शर्मा ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रोफेशनल कोर्स शुरू करने का यही लक्ष्य है कि छात्रों को रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकें. ऐसे में जरूरी है कि प्रोफेशनल कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों को बेहतर कंपनियों में प्लेसमेंट दी जाए.
बता दें कि प्रदेश में 36 कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स चल रहे हैं, जिनमें 50 हजार के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. इन प्रोफेशनल कोर्स में बीबीए, बीसीए, पीजीडीसीए, एमबीए और एमसीए कोर्स शामिल है.