शिमला: दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सीमेंट विवाद को लेकर आज ट्रक ऑपरेटरों के साथ बैठक करेंगे. मुख्यमंत्री ने ट्रक ऑपरेटरों की आज एक बैठक बुलाई है. विभिन्न स्तरों पर कई दौर की बातचीत विफल होने के बाद कल की बैठक अहम है. इसमें सीएम इस विवाद पर सरकार द्वारा उठाए जाने वाले फैसलों से ट्रक ऑपरेटरों को अवगत करवाएंगे. अडानी के रवैये को देखते हुए राज्य सरकार पहले ही उनकी कंपनियों के खिलाफ जांच शुरू कर चुकी है. उद्योग विभाग के अधिकारी अडानी की माइनिंग की जांच कर रहे हैं. सरकार अडानी समूह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के अन्य विकल्पों पर भी विचार कर रही है.
सीएम की ट्रक ऑपरेटरों के साथ बैठक: हिमाचल में चल रहे सीमेंट विवाद को हल करने को लेकर ट्रक ऑपरेटरों के साथ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज बैठक करेंगे. ट्रक ऑपरेटरों ने इसके लिए एक टीम बनाई है. जिसमें दाड़लाघाट और बरमाणा के ट्रक ऑपरेटर सोसाटियों के प्रतिनिधि शामिल हैं, यह टीम मुख्यमंत्री के साथ बैठक शिमला में शामिल होगी. एक अन्य टीम भी बनाई गई है जो कि पीएमओ के साथ संपर्क कर रही है. बताया जा रहा है कि ट्रक ऑपरेटर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद जगत प्रकाश नड्डा के नेतृत्व में पीएम मोदी से मुलाकात करने की कोशिश कर रहे हैं. इस तरह एक ओर जहां ट्रक ऑपरेटर हिमाचल सरकार के साथ बातचीत करेंगे. वहीं, दूसरी टीम पीएम नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के लिए समय ले रही है. ट्रक ऑपरेटरों का मानना है कि अगर अडानी समूह हिमाचल सरकार के दवाब में नहीं आता तो पीएम नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद अडानी का रुख नरम हो सकता है और विवाद सुलझ सकता है.
पहले भी सीएम ट्रक ऑपरेटरों के साथ कर चुके हैं बैठक: मुख्यमंत्री इससे पहले भी ट्रक ऑपरेटरों के सथ बैठकें कर चुके हैं. 2 फरवरी को ट्रक ऑपरेटरों के साथ मुख्यमंत्री ने दो दौर की बातचीत की थी, जिसमें ट्रक ऑपरेटरों को नया भाड़ा तय करने को कहा गया था. इसके बाद 3 फरवरी को बैठक हुई जिसमें ट्रक ऑपरेटरों ने 10.15 रुपए से 10.20 रुपए प्रति किलोमीटर सीमेंट ढुलाई की दर पर काम करने का प्रस्ताव रखा था. हालांकि इसके बाद ट्रक ऑपरेटरों और अडानी के अधिकारियों की एक बैठक चंडीगढ़ में हुई थी और दूसरी बैठक बिलासपुर में हुई. बैठक में नए भाड़े को अडानी के अधिकारियों ने खारिज कर दिया था. ट्रक ऑपरेटरों को अडानी की ओर से 9 रुपए प्रति किलोमीटर भाड़ा का ऑफर दिया गया था, जिसे ट्रक ऑपरेटरों ने नकार दिया.
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान सहित कई स्तर की हो चुकी बैठकें: हिमाचल में सीमेंट फैक्ट्रियो के बंद करने के अडानी समूह के फैसले के बाद इस विवाद को हल करने की कोशिश लगातार की जा रही है. हिमाचल सरकार इसको लेकर कई दौर की बातचीत कर चुकी है. उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान भी अडानी कंपनियों के अधिकारियों और ट्रक ऑपरेटरों के साथ बैठक कर चुके हैं. वह अडानी समूह के प्लांटों को एक तरफा बंद करने के फैसले पर भी सरकार की ओर से नाराजगी जता चुके हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री ट्रक ऑपरेटरों की प्रतिनिधियों के साथ बैठकें कर चुके हैं. परिवहन सचिव आरडी नजीम की अध्यक्षता में बनी स्टैंडिंग कमेटी और खाद्य आपूर्ति विभाग के निदेशक केसी चमन भी दोनों पक्षों के साथ कई बैठकें कर चुके हैं, लेकिन इस विवाद को कोई हल नहीं निकल रहा.
15 दिसंबर से बंद कर रखी हैं अडानी ने दो फैक्ट्रियां: अडानी ने दाड़लाघाट के अंबुजा और बरमाणा की एससी की सीमेंट फैक्ट्रियों में 15 दिसंबर से ताले जड़ रखे हैं. अडानी ने इन फैक्ट्रियों को बंद करने के पीछे घाटे को कारण बताया था. हालांकि इसको लेकर सरकार की ओर से अडानी समूह को नोटिस जारी किया गया और अब कई अन्य कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है. इस विवाद का कोई हल नहीं निकलने के बाद ट्रक ऑपरेटर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में कल होने वाली बातचीत पर ट्रक आपरटेरों की निगाहें टिकी हुई हैं.
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