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केंद्र से राहत पैकेज न मिलने पर बोले सीएम सुक्खू, हिमाचल का क्या यह कसूर है कि यहां कांग्रेस की सरकार है? - cm sukhu on central government

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार और प्रदेश में विपक्ष को जमकर लपेटा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जब भुज में आई आपदा के समय गुजरात और केदारनाथ की त्रासदी में उत्तराखंड को विशेष पैकेज मिला, फिर हिमाचल को इतनी बड़ी त्रासदी पर राहत पैकेज क्यों नहीं मिल रहा. वहीं, विपक्ष पर कहा कि... पढ़ें पूरी खबर...

Chief Minister Sukhvinder Singh Sukhu
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 18, 2023, 8:23 PM IST

Updated : Sep 18, 2023, 8:33 PM IST

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल को विशेष पैकेज मिलने चाहिए यह हमारा अधिकार है. पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम फेडरल स्ट्रक्चर में रहते हैं. केंद्र सरकार के पास जो टैक्स आता है उसमें हिमाचल का भी अधिकार बनता है. उन्होंने कहा कि जब भुज में आई आपदा के समय गुजरात और केदारनाथ की त्रासदी में उत्तराखंड को विशेष पैकेज मिला, फिर हिमाचल को इतनी बड़ी त्रासदी पर राहत पैकेज क्यों नहीं मिल रहा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल हमारा क्या कसूर है कि यहां कांग्रेस की सरकार है, इस दृष्टिकोण से यह कार्य नहीं होना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हिमाचल में आई आपदा के लिए विशेष पैकेज की मांग पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के सामने रखी है और आगे भी वह यह मांग रखते रहेंगे. विपक्ष के सदन से वॉकआउट करने पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पहले तो बीजेपी के नेता आए दिन कहते थे कि आपदा पर चर्चा के लिए विधानसभा का सत्र बुलाया जाना चाहिए, लेकिन सरकार ने सत्र देरी से किया है, क्योंकि अधिकारी और कर्मचारी आपदा राहत व बचाव कार्यों में लगे हैं, लेकिन आज जब सत्र शुरू हुआ तो तो विपक्ष इसमें भाग लेने की बजाए वॉकआउट कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प लाया गया था. वहीं, बीजेपी ने नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव लाया था. दोनों का मतलब एक ही है, उन्होंने कहा कि सुर्खियां बने रहने के लिए नारे लगाते हुए वॉकआउट कर गए. हालांकि फिर वो वापस आ गए.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भाजपा से कहां की वह सदन में राष्ट्रीय आपदा को लेकर लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करें उन्होंने कहा कि विपक्ष को इसके लिए सद्द बुद्धि मिले और कहां की अगर विपक्ष ने प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया तो प्रदेश की जनता कभी उनको माफ नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में जितने भी लोग आपदा प्रभावित परिवार है, सरकार उनकी मदद कर रही हैं, लेकिन बीजेपी देख रही है कि केद्र सरकार से पैसा न आने के बाद भी सरकार बेघरों की मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बेघर हुए लोगों को ग्रामीण इलाकों में पांच हजार रुपए किराये दे रही और शहरों में 10 हजार किराया दिया जा रहा है. इसी तरह आपदा राहत शिविरों में रहने वाले परिवारों को निशुल्क गैस और राशन भी उपलब्ध करवा रही है. उन्होंने कहा कि जो रिश्तेदारों के यहां रहे रहे हैं. उनके लिए भी इसकी सुविधा देने का भी सरकार फैसला ले रही है.

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि बीजेपी केंद्र की ओर से हर साल आने वाली जुलाई और दिसंबर की किस्त को राहत राशि के तौर पर गिना रही है. केंद्र ने पहले से पेंडिंग 315 करोड़ में से 189 करोड को भी गिना रही है. लेकिन केंद्र की ओर से कोई स्पेशल पैकेज नहीं आया है, न ही राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया. उन्होंने कहा बीजेपी आपदा परिवारों को मदद से पीछे हट रही है. सीएम ने बीजेपी से कहा कि राजनीति करने के लिए बड़ा समय है. आप उन परिवारों के साथ खड़े हों, जिनका सारा लूट चुका है. विपक्ष को उनके साथ खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार 26 या 27 को रिलीफ पैकेज लाएंगे. उन्होंने कहा कि एक महीने से बीजेपी विधायकों ने एक माह पहले कहा था कि वे अपनी एक माह की सैलरी देंगे, लेकिन अभी तक नहीं दी, अब कल सैलरी देने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देर आए दुरुस्त आए.

ये भी पढ़ें- Himachal Monsoon Loss: हिमाचल में मानसून में अब तक 12,000 करोड़ का नुकसान, 441 लोगों की हुई मौत

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू

शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल को विशेष पैकेज मिलने चाहिए यह हमारा अधिकार है. पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हम फेडरल स्ट्रक्चर में रहते हैं. केंद्र सरकार के पास जो टैक्स आता है उसमें हिमाचल का भी अधिकार बनता है. उन्होंने कहा कि जब भुज में आई आपदा के समय गुजरात और केदारनाथ की त्रासदी में उत्तराखंड को विशेष पैकेज मिला, फिर हिमाचल को इतनी बड़ी त्रासदी पर राहत पैकेज क्यों नहीं मिल रहा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल हमारा क्या कसूर है कि यहां कांग्रेस की सरकार है, इस दृष्टिकोण से यह कार्य नहीं होना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हिमाचल में आई आपदा के लिए विशेष पैकेज की मांग पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के सामने रखी है और आगे भी वह यह मांग रखते रहेंगे. विपक्ष के सदन से वॉकआउट करने पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पहले तो बीजेपी के नेता आए दिन कहते थे कि आपदा पर चर्चा के लिए विधानसभा का सत्र बुलाया जाना चाहिए, लेकिन सरकार ने सत्र देरी से किया है, क्योंकि अधिकारी और कर्मचारी आपदा राहत व बचाव कार्यों में लगे हैं, लेकिन आज जब सत्र शुरू हुआ तो तो विपक्ष इसमें भाग लेने की बजाए वॉकआउट कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का संकल्प लाया गया था. वहीं, बीजेपी ने नियम 67 के तहत काम रोको प्रस्ताव लाया था. दोनों का मतलब एक ही है, उन्होंने कहा कि सुर्खियां बने रहने के लिए नारे लगाते हुए वॉकआउट कर गए. हालांकि फिर वो वापस आ गए.

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भाजपा से कहां की वह सदन में राष्ट्रीय आपदा को लेकर लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करें उन्होंने कहा कि विपक्ष को इसके लिए सद्द बुद्धि मिले और कहां की अगर विपक्ष ने प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया तो प्रदेश की जनता कभी उनको माफ नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में जितने भी लोग आपदा प्रभावित परिवार है, सरकार उनकी मदद कर रही हैं, लेकिन बीजेपी देख रही है कि केद्र सरकार से पैसा न आने के बाद भी सरकार बेघरों की मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार बेघर हुए लोगों को ग्रामीण इलाकों में पांच हजार रुपए किराये दे रही और शहरों में 10 हजार किराया दिया जा रहा है. इसी तरह आपदा राहत शिविरों में रहने वाले परिवारों को निशुल्क गैस और राशन भी उपलब्ध करवा रही है. उन्होंने कहा कि जो रिश्तेदारों के यहां रहे रहे हैं. उनके लिए भी इसकी सुविधा देने का भी सरकार फैसला ले रही है.

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि बीजेपी केंद्र की ओर से हर साल आने वाली जुलाई और दिसंबर की किस्त को राहत राशि के तौर पर गिना रही है. केंद्र ने पहले से पेंडिंग 315 करोड़ में से 189 करोड को भी गिना रही है. लेकिन केंद्र की ओर से कोई स्पेशल पैकेज नहीं आया है, न ही राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया. उन्होंने कहा बीजेपी आपदा परिवारों को मदद से पीछे हट रही है. सीएम ने बीजेपी से कहा कि राजनीति करने के लिए बड़ा समय है. आप उन परिवारों के साथ खड़े हों, जिनका सारा लूट चुका है. विपक्ष को उनके साथ खड़े होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार 26 या 27 को रिलीफ पैकेज लाएंगे. उन्होंने कहा कि एक महीने से बीजेपी विधायकों ने एक माह पहले कहा था कि वे अपनी एक माह की सैलरी देंगे, लेकिन अभी तक नहीं दी, अब कल सैलरी देने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देर आए दुरुस्त आए.

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Last Updated : Sep 18, 2023, 8:33 PM IST
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