शिमलाः बजट पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी सदस्यों का आभार जताया और कहा कि 50 विधायकों ने चर्चा में हिस्सा लिया. चर्चा अच्छी और सार्थक रही लेकिन चर्चा के दौरान विपक्ष का सदन में हंगामा और वॉकआउट करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा पिछले 23 वर्षों से विधानसभा में हूं और जिसमें 20 बजट सुने हैं, साथ ही तीन बजट पेश भी किए हैं. विधानसभा की ये परंपरा रही है कि जब तक मुख्यमंत्री बजट पर जवाब देते हैं, तो सभी सदस्य इसे सुनते हैं. बजट के दौरान सदन में अंत तक सभी सदस्य रहते हैं. बजट पर जवाब देते समय सदन से बाहर जाने की परंपरा सही नहीं है.
मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि बजट में सभी वर्गों को कुछ न कुछ राहत देने की कोशिश की गई है. बजट में गरीबों के लिए मकान देने के साथ पेंशन की आयु काम करने के साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कुछ न कुछ देने की कोशिश की गई है. हवाई सेवाओं के विस्तार और प्रदेश में निवेश को लेकर सरकार ने कदम उठाए हैं.
इसके अलावा सरकार की तरफ से विधायकों, मंत्रियों और आम जनता से राशन पर सबसिडी छोड़ने की अपील की थी जिस का असर भी हुआ है और काफी लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी है. साधन संपन्न लोग अगर राशन पर सब्सिडी छोड़ते हैं, तो गरीब लोगों को इसका सीधा फायदा होगा.
ये भी पढे़ंः कोरोना का खौफ: प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेज और यूनिवर्सिटी 31 मार्च तक बंद, परीक्षाएं रहेंगी सुचारू