शिमला: सीएम जयराम ठाकुर ने मंगलवार को सहकारिता विभाग के साथ बैठक की. इस दौरान अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा प्रदेश राज्य सहकारी बैंक कोर बैंक सॉल्यूशन पर अपनी सभी शाखाएं चलाने वाला पहला राज्य सहकारी बैंक है. उन्होंने कहा कि सहाकरी बैंक देश में स्वचालित एनपीए प्रणाली लागू करने वाला पहला सहकारी बैंक है. बैंक के पास रुपे कार्ड के माध्यम से दो लाख से अधिक एटीएम शेयरिंग सुविधा उपलब्ध है. बैंक एचआईएमपीईएसए ऐप के माध्यम से मोबाइल बैंक सेवा भी उपलब्ध करवा रहा है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के बैंकिंग उद्योग में सहकारी बैंकों की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की विभिन्न 2194 बैंक की शाखाओं में से 512 सहकारिता क्षेत्र के बैंक हैं. इनमें हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारिता बैंक की 241 शाखाएं, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की 240 शाखाएं और जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की 31 शाखाएं शामिल हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखाएं जिला बिलासपुर, चम्बा, किन्नौर, मण्डी, शिमला, सिरमौर और कांगड़ा केन्द्रीय बैंक की शाखाएं कुल्लू, कांगड़ा, हमीरपुर, लाहौल-स्पीति और ऊना जिला में है, जबकि जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारिता बैंक की शाखाएं जिला सोलन में हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019-20 के दौरान हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के पास 11814.67 करोड़ रुपये की जमा पूंजी है, जबकि कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के पास 11539.15 करोड़ रुपये की जमा पूंजी है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 1029 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वितरित किए हैं, जबकि कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने इस अवधि के दौरान 598.58 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वितरित किए हैं, जो इन बैंकों के राज्य के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सहकारी बैंक ने 58.33 करोड़ रुपये, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने 48.70 करोड़ रुपये और जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक ने वर्ष 2019-20 में 6.31 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया. उन्होंने कहा कि इन बैंकों ने लोगों का विश्वास हासिल करने में कामयाबी पाई, क्योंकि यह राज्य सरकार के संस्थान के तौर पर देखे जाते हैं.
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