शिमला: बजट सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बाद से विधानसभा का माहौल गर्माया हुआ है. गुरुवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष से दो टूक कहा है कि विपक्ष अपनी गलती स्वीकर करे औऱ राज्यपाल से माफी मांगे. दरअसल बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल से अभद्रता के आरोप में नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री समेत 5 कांग्रेस विधायकों को शेष बजट सत्र की कार्यवाही से निलंबित कर दिया है. जिसके विरोध में कांग्रेस विधायक सदन में ना जाकर विधानसभा परिसर में धरना दे रहे हैं.
राज्यपाल के पास जाकर दुख प्रकट करे विपक्ष
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि बजट सत्र के पहले दिन जो भी हुआ वो दुखद है और इसके लिए कांग्रेस को राज्यपाल के पास जाकर दुख प्रकट करना चाहिए. सीएम ने कहा कि सब चाहते हैं कि सत्ता पक्ष और विपक्ष सदन में मौजूद रहें और सार्थक चर्चा के साथ हिमाचल के विकास के लिए सभी अपना सुझाव और सहयोग दें.
वीरभद्र सिंह से करूंगा बात- सीएम
कांग्रेस विधायक धरने पर बैठे हैं, जहां गुरुवार को पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह भी धरने में शामिल हुए. जिसपर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ये उनके दल का निर्णय है. इस बीच पूर्व सीएम शांता कुमार ने भी गतिरोध खत्म करने को लेकर वीरभद्र सिंह से फोन पर बात की है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी फिलहाल वीरभद्र सिंह से इस मसले पर कोई बात नहीं हुई है लेकिन अगर वो सदन में आते हैं तो वो उनसे जरूर बात करेंगे.
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'अपनी गलती स्वीकार करे विपक्ष'
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष से बहुत बड़ी गलती हुई है उसे स्वीकार करे क्योंकि इससे कांग्रेस का बहुत बड़ा नुकसान हो रहा है. ऐसी स्थिति में उन्हें जवाब देना बहुत मुश्किल हो जाएगा. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर सदन चलाते हैं. हम चाहते हैं कि जब बजट पेश हो तो विपक्ष सदन में मौजूद रहे.
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