शिमला: टाऊन हॉल के मरम्मत कार्यों में अनियमितताओं और उससे प्रदेश सरकार की हुई किरकिरी से सबक लेते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को शिमला शहर के आसपास करोड़ों रुपये से हो रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांचने के लिए निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए.
सीएम ने संजौली के पास निर्माणाधीन हेलीपोर्ट के निर्माण कार्य की प्रगति कार्यों की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को समय रहते निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ये हेलीपोर्ट 10.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया जाएगा.
हेलीपोर्ट के तैयार होने के बाद उड़ान योजना के तहत हेलीकॉप्टर सेवाएं सुदृढ़ हो सकेंगी. उन्होंने कहा कि ये हेलीपोर्ट न केवल पर्यटकों को सेवाएं प्रदान करेगा बल्कि आपातकालीन परिस्थितियों में भी उपयोगी होगा. सीएम ने इस दौरान अधिकारियों से हेलीकॉप्टर के लिए हैंगर सुविधाएं विकसित करने की संभावनाओं का भी पता लगाने के निर्देश दिए ताकि हेलीकॉप्टर इस्तेमाल में न होने की स्थिति में यहां रखा जा सके.
जयराम ठाकुर ने अधिकारियों से निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने और पर्याप्त पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए ताकि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो. मुख्यमंत्री ने शिमला के चौड़ा मैदान के निकट विली पार्क में निर्माणाधीन परिधि गृह के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया और इसे जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए.
45 करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस परिधि गृह में 89 कमरें होंगे, जिससे न केवल हिमाचल बल्कि बाहर से आने वाले पर्यटकों को ठहरने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. सीएम ने कहा कि परिधि गृह को अक्टूबर 2019 में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है. परिधि गृह में सभी मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी.
वहीं, सीएम ने रिज मैदान के एक भाग की धंसने की समस्या को लेकर आईआईटी रूड़की के विशेषज्ञों के साथ पीटरहॉफ में चर्चा की. उन्होंने कहा कि रिज को स्टेबल करने के लिए प्रौद्योगिकी का सहारा लेकर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि इस स्थल का सौंदर्यीकरण किया जा सके. वहीं, इससे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रतन अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा स्थापित करने के लिए पर्याप्त स्थान भी मिल सकेगा.