शिमला: प्रदेश में कुछ दिनों से कोरोना टेस्टिंग कम होने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों को टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. जयराम ठाकुर ने माना कि कोरोना सैपलिंग में गिरावट आई है. अधिकारियों को सैम्पलिंग बढ़ाने के निर्देश दे दिए दिए गए हैं, ताकि पुराने रिकॉर्ड तक कोरोना टेस्टिंग को पहुंचाया जा सके.
सीएम जयराम ने कहा कि प्रदेश में सरकार ने घर द्वार पर कोरोना सैंपल लेने के लिए 70 एम्बुलेंस फील्ड में तैनात की है. इसके साथ ही निजी क्षेत्र के जरिए हाई रिस्क ग्रुप जैसे बुजुर्ग और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीज जो अस्पताल नहीं पहुंच सकते हैं, उनके लिए घर में जांच की सुविधा सुनिश्चित की जा रही हैं. प्रदेश में पहले से ही निजी अस्पतालों और प्रयोगशालाओं में रैपिड एंटीजन टेस्ट की दरें अधिसूचित कर दी गई हैं. निजी अस्पतालों और उनके चिन्हित एकत्रित केन्द्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए 300 रुपये अधिकतम दर तय की गई है.
हमेशा के लिए नहीं लगाया गया लॉकडाउन-सीएम
होम कलेक्शन सैंपल के लिए अधिकतम 550 रुपये दर रखी गई हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू हमेशा के लिए नहीं लगाया जा सकता. व्यवसायिक गतिविधियों को शुरू करना ही होगा. कोरोना कर्फ्यू लगने के बाद से स्थिति में थोड़ा सुधार जरूर आया है, लेकिन मृतकों के आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में हम समय-समय पर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. अब विचार किया जाएगा कि किस प्रकार फिर से धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो सके.
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