शिमला: मुख्य सचिव अनिल खाची ने प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति कर जायजा लेने के लिए मंगलवार को उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की अध्यक्षता की.
उन्होंने मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) को प्रभावशाली तरीके से लागू करने पर बल दिया और आवश्यकता पड़ने पर इन मानक संचालन प्रक्रियाओं को लागू करने के लिए अधिक लोगों को जोड़ने को कहा.
आरटीपीसीआर परीक्षण में तेजी लाने पर बल दिया जाए
मुख्य सचिव ने प्रदेश में आरटीपीसीआर परीक्षण में तेजी लाने पर बल दिया और कहा कि कोविड मृत्यु दर को एक प्रतिशत से नीचे लाने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रखे गए कोविड रोगियों की उचित देख-रेख सुनिश्चित की जानी चाहिए और उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान की जाएं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज हिम सुरक्षा अभियान का शुभारम्भ किया गया है और मंत्रियों को प्रत्येक जिले का उत्तरदायित्व सौंपा गया है. वे सामाजिक कार्यक्रमों, जिनमें मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यक्रम भी शामिल होंगे, में अधिकतम 200 लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे.
कोविड रोगियों के उपचार के लिए अधिक निजी स्वास्थ्य संस्थानों को शामिल किए जाएं
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध होने के उपरान्त उनके वितरण के लिए जिला प्रतिक्रिया बल के साथ बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए. उन्होंने जिला स्वास्थ्य प्राधिकरणों को कोविन प्रणाली के बारे में जानकारी हासिल करने को कहा और कोविड रोगियों के उपचार के लिए अधिक निजी स्वास्थ्य संस्थानों को शामिल करने के लिए प्रयास करने के निर्देश दिए.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमिताभ अवस्थी ने उपायुक्तों से निजी अस्पतालों से समन्वय स्थापित करने को कहा, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनसे सम्पर्क किया जा सके.प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बैठक में भाग लिया.