शिमलाः मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बुधवार को अपने जन्मदिवस पर राजधानी शिमला के दीन दयाल अस्पताल (रिप्पन) पहुचें. यहां पर उन्होंने प्रदेश की पहली प्रशादा (रोटी) बनाने वाली मशीन का उदघाटन किया. इस मौके पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी उनके साथ मौजूद रहें. रिप्पन में मरीजों व तीमारदारों को प्रतिदिन निःशुल्क लंगर उपलब्ध करवाने वाली नोफल वेलफेयर एंड चेरिटेबल सोसाइटी ने इस मशीन को स्थापित किया है. इस ऑटोमेटिक रोटी मेकिंग मशीन में एक घंटे में एक हजार रोटियां बनाई जा सकेंगी. इसकी लागत 3.60 लाख रुपये आई है.
1 घंटे में 1 हजार रोटी तैयार करने की क्षमता
कोरोना संकट काल में संक्रमण को ध्यान में रखते हुए और अधिक से अधिक मरीजों व तीमारदारों को समय से लंगर में रोटी उपलब्ध करवाने के लिए सोसायटी ने रोटी मशीन खरीद कर अस्पताल में स्थापित की है.नोफल संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि सोसायटी द्वारा रिप्पन में स्थापित ऑटोमैटिक रोटी मशीन 1 घंटे में 1 हजार रोटी तैयार कर सकती है. यह प्रदेश की पहली प्रशादा (रोटी) बनाने वाली मशीन है.
पिछले दो सालों से जारी है सेवा
उन्होंने कहा कि सोसाईटी पिछले दो सालों से डी.डी.यू आने वाले मरीजों, तीमारदारों के लिए रोजाना दोपहर 12.30 से लेकर 2.30 बजे तक निःशुल्क लंगर का आयोजन कर रही है. वहीं कोविड सेंटर बनाए जाने के बाद भी यह लंगर सीटी स्कैन करवाने, डायलासिस करवाने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों के लिए जारी रखा है. कोविड सेंटर के मरीजों को भी यह लंगर पहुंचाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने संस्था के प्रयासों को सराहा
इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल से पहले भी लोग सेवा भाव से अस्पतालों में लंगर का आयोजन करते आए हैं, लेकिन अब यह मशीन कम समय में ज्यादा लोगों को भोजन उपलब्ध करवाएगी. उन्होनें कहा कि आने वाले में समय में सोसाइटी मशीन के उपयोग से लोगों को भोजन उपलब्ध करवाती रहेगी.
गुरमीत सिंह ने कहा कि रिप्पन में रोटी मशीन लगने के बाद अब वह 5 से 7 हजार लोग लंगर चख सकते हैं. यह मशीन लंगर में ही नहीं शिमला में किसी भी आपदा, धार्मिक कार्यों व अन्य कार्यों में भी रोटियां बनाकर देगी और लोगों की सेवा की जाएगी.