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कोरोना काल में दिन-रात सेवा दे रही नर्सों से बात करते-करते रो पड़े छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कर्मवीर नर्सों से बात की. इस दौरान वे बलौदाबाजार की एक नर्स की आपबीती सुनकर भावुक हो गए. नर्स ने कोविड से अपने पति को खो दिया है. इसके बाद भी वे लोगों की सेवा में डटी हुई हैं.

Chhattisgarh Chief minister Bhupesh Baghel
भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
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Published : May 13, 2021, 5:16 PM IST

बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़): अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी नर्सों को शुभकामनाएं देते हुए उनके सराहनीय और निस्वार्थ कार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी में पदस्थ स्टाफ नर्स वर्षा गोंडाने से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना. वर्षा ने कोरोना से अपनी पति और मां को खो दिया है, बावजूद इसके वो ड्यूटी पर डटी हुई हैं. वर्षा ने मुख्यमंत्री को अपनी आपबीती बताई, जिसके बाद पूरा मंत्रिमंडल भावुक हो गया.

वर्षा ने सीएम भूपेश बघेल को बताया कि उनकी सास और ननद दोनों कोरोना से संक्रमित हो गई थी. इस दौरान वे अपने दोनों बच्चों को लेकर अलग हो गई. इसी दौरान उनके पति अपनी मां और बहन की सेवा करते करते खुद संक्रमित हो गए थे. कुछ दिनों के बाद उनके निधन की खबर वर्षा को मिली, लेकिन वो मरीजों को छेड़कर जाने की स्थिति में नहीं थी. पति की मौत के बाद भी वर्षा कोविड मरीजों की सेवा में डटी रहीं. पति की इस तरह असमय मौत से वे पूरी टूट चुकी थीं, फिर वे ससुराल जाकर पति के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल हुई और 11वें दिन फिर से हॉस्पिटल पहुंचकर उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन कर ली. ताकि कोई और अपनों को न खो सके.

वीडियो.

वर्षा की आपबीती सुनकर भावुक हुए सीएम भूपेश बघेल

वर्षा ने आगे बताया कि पति के गुजर जाने के बाद परिवार को संभालने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर आ गई है. मरीजों का इलाज करते-करते वे और उनके बच्चे भी संक्रमित हो गए थे. संक्रमण ठीक होने के बाद 17वें दिन एक बार फिर से वर्षा ड्यूटी ज्वाइन कर मरीजों की सेवा में जुट गईं. उन्होंने सीएम से कहा कि परिवार के सभी सदस्य फिलहाल पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वर्षा की आपबीती सुनकर मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिमंडल के तमाम सदस्य भावुक हो गए.

ये भी पढ़ें: सफाई कर्मियों को 2 हजार रुपये प्रतिमाह देगी सरकार, शहरी निकायों के कर्मियों को मिलेगा लाभ

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर सीएम ने नर्सों से की बात

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्षा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए इसे मानवता के लिए एक मिसाल बताया. उन्होंने वर्षा से कहा कि 'आपने बहुत कुछ खोया है. सीएम ने कहा कि आपकी व्यथा सुनकर मैं द्रवित हो गया हूं. यह लड़ाई लंबी है और आप सभी लोगों के साहस और सहयोग से ही कोविड के खिलाफ लड़ाई को हम जीत पाएंगे'. सीएम बघेल ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर प्रदेश के कुछ कर्मवीर नर्सों से बातचीत कर उनका हाल चाल जाना. जिसमें बलौदाबाजार जिले के पलारी में पदस्थ स्टाफ नर्स वर्षा गोंडाने भी शामिल रहीं.

ये भी पढ़ें: ये सरदार जी मरीजों के लिए करते हैं विशेष अरदास, कोविड मरीजों को दे रहे निशुल्क खाना

बलौदा बाजार (छत्तीसगढ़): अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के सभी नर्सों को शुभकामनाएं देते हुए उनके सराहनीय और निस्वार्थ कार्यों के प्रति आभार व्यक्त किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलारी में पदस्थ स्टाफ नर्स वर्षा गोंडाने से बातचीत कर उनका हाल-चाल जाना. वर्षा ने कोरोना से अपनी पति और मां को खो दिया है, बावजूद इसके वो ड्यूटी पर डटी हुई हैं. वर्षा ने मुख्यमंत्री को अपनी आपबीती बताई, जिसके बाद पूरा मंत्रिमंडल भावुक हो गया.

वर्षा ने सीएम भूपेश बघेल को बताया कि उनकी सास और ननद दोनों कोरोना से संक्रमित हो गई थी. इस दौरान वे अपने दोनों बच्चों को लेकर अलग हो गई. इसी दौरान उनके पति अपनी मां और बहन की सेवा करते करते खुद संक्रमित हो गए थे. कुछ दिनों के बाद उनके निधन की खबर वर्षा को मिली, लेकिन वो मरीजों को छेड़कर जाने की स्थिति में नहीं थी. पति की मौत के बाद भी वर्षा कोविड मरीजों की सेवा में डटी रहीं. पति की इस तरह असमय मौत से वे पूरी टूट चुकी थीं, फिर वे ससुराल जाकर पति के दशगात्र कार्यक्रम में शामिल हुई और 11वें दिन फिर से हॉस्पिटल पहुंचकर उन्होंने ड्यूटी ज्वाइन कर ली. ताकि कोई और अपनों को न खो सके.

वीडियो.

वर्षा की आपबीती सुनकर भावुक हुए सीएम भूपेश बघेल

वर्षा ने आगे बताया कि पति के गुजर जाने के बाद परिवार को संभालने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर आ गई है. मरीजों का इलाज करते-करते वे और उनके बच्चे भी संक्रमित हो गए थे. संक्रमण ठीक होने के बाद 17वें दिन एक बार फिर से वर्षा ड्यूटी ज्वाइन कर मरीजों की सेवा में जुट गईं. उन्होंने सीएम से कहा कि परिवार के सभी सदस्य फिलहाल पूरी तरह से स्वस्थ हैं. वर्षा की आपबीती सुनकर मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिमंडल के तमाम सदस्य भावुक हो गए.

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अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर सीएम ने नर्सों से की बात

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वर्षा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए इसे मानवता के लिए एक मिसाल बताया. उन्होंने वर्षा से कहा कि 'आपने बहुत कुछ खोया है. सीएम ने कहा कि आपकी व्यथा सुनकर मैं द्रवित हो गया हूं. यह लड़ाई लंबी है और आप सभी लोगों के साहस और सहयोग से ही कोविड के खिलाफ लड़ाई को हम जीत पाएंगे'. सीएम बघेल ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर प्रदेश के कुछ कर्मवीर नर्सों से बातचीत कर उनका हाल चाल जाना. जिसमें बलौदाबाजार जिले के पलारी में पदस्थ स्टाफ नर्स वर्षा गोंडाने भी शामिल रहीं.

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