शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों हुई भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय दल हिमाचल प्रदेश आया हुआ है. इस दल की एक टीम ने बुधवार को शिमला में हुए नुकसान वाले स्थलों का निरीक्षण किया. आज यह टीम शिमला जिला के कोटखाई जाएगी. इस दौरान केंद्रीय टीम बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करेगी.
केंद्रीय दल ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा: बुधवार को केंद्रीय दल शिमला पहुंचा. जहां उन्होंने बीते दिनों हुई भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. साथ ही बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया. केंद्रीय दल ने अपने दौरे के पहले दिन शिमला के रझाणा, पंथाघाटी और कृष्णानगर में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने रझाणा में भूस्खलन के कारण घर पर मलबा गिरने से हुए नुकसान का भी निरीक्षण किया. गौरतलब है कि भूस्खलन के कारण 2 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि एक गंभीर रुप से घायल हो गया था.
पंथाघाटी और कृष्णानगर का लिया जायजा: इसके बाद केंद्रीय टीम ने पंथाघाटी के तेनजिन अस्पताल एवं कृष्णानगर में हुए नुकसान का भी जायजा लिया. इस दौरान उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने केंद्रीय टीम को अलग-अलग क्षेत्रों में आपदा से हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया. केंद्रीय दल के साथ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा, उपमंडल दंडाधिकारी शिमला शहरी भानु गुप्ता, उपमंडल दंडाधिकारी शिमला ग्रामीण निशांत कुमार, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे.
कोटखाई और रोहड़ू क्षेत्र का दौरा: उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया 20 जुलाई को केंद्रीय दल जिला शिमला के कोटखाई और जुब्बल क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग और बागवानों को हुए नुकसान का जायजा लेगा. बता दें कि हिमाचल में इस बार मानसून की बारिश ने कहर बरपाया है. प्रदेश में जानमाल को भारी नुकसान हुआ है. प्रदेश में करीब ₹4800 करोड़ का अब तक नुकसान आंका गया है. इसके अलावा करीब 130 लोगों की मौत हुई है.
केंद्रीय दल रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगा: हिमाचल में हुई भारी बारिश में करीब 5200 मकान क्षतिग्रस्त हुए है. करीब 1000 मवेशी की भारी बारिश की वजह से मौत हो गई. ऐसे में केंद्रीय दल इस नुकसान का आकलन करने के लिए हिमचाल आया हुआ है. दल हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर इसे केंद्र सरकार को सौपेगा. इसके आधार पर केंद्र हिमाचल को आपदा के लिए राहत राशि का ऐलान करेगा.